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गर्भगृह के साथ शूलिनी मंदिर का भी होगा जीर्णोद्धार, पीछे बनेंगी सीढियां
नरेंद्र कुमार/सोलन। सोलन शहर (Solan City) की अधिष्ठात्री देवी माता शूलिनी के मंदिर में आगमन और निकास (Entry And Exit) के रास्ते अलग होंगे। यह काम इस साल लगने वाले शूलिनी मेले (Shoolini Mela) तक खत्म हो जाएगा। आपको बता दें कि इस समय मंदिर के गर्भगृह (Sanctum Sanctorum) का जीर्णोद्धार चल रहा है। मेले में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए एंट्री और एग्जिट के अलग रास्ते बन रहे हैं।
एसडीएम सोलन कविता ठाकुर (SDM Solan Kavita Thakur) ने सोमवार को खुद जीर्णोद्धार के काम का मुआयना किया। बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि प्रशासन मंदिर की पिछली ओर भी सीढ़ियां (Backside Stairs) लगाने जा रहा है।
पूरा काम 2024 में आयोजित होने वाले शूलिनी मेले तक खत्म हो जाएगा। यह काम इसलिए करवाया जा रहा है, ताकि मेले के समय मंदिर के अंदर भीड़ (Rush) न लगे और भक्तों को दर्शन करने में आसानी हो। इसके लिए मंदिर में गर्डर भी लगवाए जाएंगे, साथ ही मंदिर के ढांचे में कुछ बदलाव किया जाएगा।