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हिमाचल पेपर लीक मामले का आरोपी संदीप टेलर फरार, एसआईटी ने राजस्थान में डाला डेरा
शिमला। हिमाचल पुलिस भर्ती मामले (Himachal Police Recruitment Cases) में सोलन जिला में पेपर लीक करने वाला मुख्य आरोपी संदीप टेलर (Sandeep Taylor) पुलिस की गिरफ्त से अभी तक बाहर है। संदीप टेलर को पकड़ने के लिए पुलिस ने राजस्थान में डेरा डाल दिया है। पुलिस करीब एक सप्ताह से राजस्थान में डटी हुई है। बता दें राजस्थान (Rajasthan) के सीकर के रहने वाले संदीप टेलर ने ही सोलन जिला में दो बिचैलियों के माध्यम से सोलन और अर्की के सात उम्मीदवारों से पेपर लीक के पैसे लिए थे। पुलिस ने इन दोनों बिचैलियों को वीरेंद्र कुमार और देव राज को पहले गिरफ्तार कर लिया है। उनसे पूछताछ में ही संदीप टेलर का नाम सामने आया। जिसके बाद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी (Arrest) के लिए राजस्थान में डेरा डाल दिया, लेकिन वह अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। इसके साथ ही उसकी पत्नी भी पुलिस की पहुंच से बाहर है।
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इसके साथ ही अवैध दवा का कारोबार करने वाले आरोपी की धरपकड़ के लिए भी हिमाचल पुलिस (Himachal Police) बीते शुक्रवार से राजस्थान में पहुंच चुकी है। दवा के कारोबार करने वाला मुख्य आरोपी भी राजस्थान के सीकर का ही रहने वाला है। दवा कंपनी का आरोपी मालिक दिनेश बंसल सीकर में अपने साथी को दवाएं सप्लाई करता था। अब यह अवैध दवा विक्रेता (Illegal Drug Dealer) अंडरग्राउंड हो गया है। इसे पकड़ने की कोशिश के साथ ही नारकोटिक्स की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने आरोपी के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश करने की तैयारी कर ली है।
अब तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि 2018-19 में पंजाब में ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के उल्लंघन में जैनेट कंपनी का थोक दवा लाइसेंस रद्द हो चुका है। कंपनी ने 2019 में हिमाचल के सोलन जिला के बद्दी (Baddi) में अपना थोक दवा कारोबार शुरू किया था। पंजाब के बरनाला में भी कंपनी की एक फार्मा फैक्टरी चल रही थी। बीते दो साल के भीतर प्रतिबंधित और नशीली दवाओं के अवैध कारोबार से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन.देन कंपनी ने किया है। बंसल पुलिस की गिरफ्त में है। एसआईटी अब सीकर में छिपे बंसल के साथी को खोजने में जुटी है।