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मंडी। 2019 के लोकसभा चुनावों में मंडी संसदीय सीट से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले सांसद राम स्वरूप शर्मा (MP Ram Swaroop Sharma) के बड़े भाई त्रिलोक चंद शर्मा को वार्ड सदस्य (Ward Member) के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। जोगिंद्रनगर उपमंडल के तहत आने वाली नवगठित जलपेहड़ पंचायत के वार्ड नंबर 3 से त्रिलोक चंद शर्मा वार्ड सदस्य के चुनाव के लिए मैदान में उतरे थे। उन्हें इसी वार्ड के हरनाम सिंह ने 20 वोटों से हराकर जीत दर्ज की है।
बता दें कि जिस वार्ड से त्रिलोक चंद शर्मा ने चुनाव लड़ा उसी वार्ड में सांसद राम स्वरूप शर्मा का घर भी है। इस वक्त सभी इस बात को लेकर हैरानी जाहिर कर रहे हैं कि सांसद राम स्वरूप शर्मा खुद अपने घर में अपने बड़े भाई को चुनाव नहीं जीतवा सके। सोशल मीडिया (Social Media) पर यह खबर आग की तरह वायरल हो रही है और लोग इसपर जमकर चुटकियां भी ले रहे हैं। बता दें कि इससे पहले जिला ऊना (Una) में भी मुकेश अग्निहोत्री की ग्राम पंचायत गोंदपुर जयचंद में कांग्रेस समर्थित पूरी पंचायत ने जीत दर्ज की है। पंचायत में प्रधान पद से लेकर वार्ड पंच तक कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार जीते हैं। पंचायत में प्रधान पद के उम्मीदवार अनूप अग्रिहोत्री ने बीजेपी समर्थित उम्मीदवार लखवीर लक्खी को 253 वोट से पटखनी दी है।
सुंदरनगर। हिमाचल में पंचायती राज चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के बाद अब प्रधान उप प्रधान व वार्ड सदस्यों के नतीजे आने शुरू हो गए हैं। हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के गोहर विकासखंड की शाला पंचायत से एक दिलचस्प खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक यहां पति-पत्नी ने प्रधान व उपप्रधान पद पर जीत हासिल की है। दरअसल यहां पर मीनाक्षी ठाकुर प्रधान बनीए जबकि इनके ही पति राजकुमार ठाकुर पंचायत के उपप्रधान बने हैं। बताया जा रहा है कि राजकुमार ठाकुर इससे पहले यहां प्रधान पद पर आसीन थे, और पंचायत के लिए कई विकास कार्य किए। लेकिन इस चुनाव में प्रधान पद की सीट महिला के लिए आरक्षित होने के कारण इन्होंने अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा। जिन्होंने जीत भी हासिल कर ली है। वहीं राजकुमार ठाकुर खुद उप प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे, इन्होंने भी जीत हासिल की है।
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