-
Advertisement
बिलासपुर: एसीसी प्रबंधन के खिलाफ ट्रक ऑपरेटरों ने शुरू की भूख हड़ताल, थमे ट्रकों के पहिए
बिलासपुर। एशिया की सबसे बड़ी ट्रक ऑपरेटर परिवहन सहकारी सभा बीडीटीएस (BDTS) का गतिरोध शुक्रवार को क्रमिक भूख हड़ताल (Hunger Strike) में बदल गया। बरमाणा में ट्रक ऑपरेटरों की मांगों को लेकर बीडीटीएस का आंदोलन 10वें दिन में प्रवेश हो गया है। बीडीटीएस के अध्यक्ष जीतराम गौतम ने ऐलान किया है कि जब तक ट्रक ऑपरेटरों की मांगे पूरी नहीं होंगी, आंदोलन तब तक जारी रहेगा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ने केस भी दर्ज किए। बीडीटीएस के सभा हॉल में बीडीटीएस के दोनों गुटों ने अपने हकों के लिए एकता का प्रदर्शन (Protest) करते हुए एसीसी प्रबंधन के खिलाफ हल्ला बोला। अब इस लड़ाई को और तेज करने के लिए द मांगल ट्रक ऑपरेटर यूनियन बागा के पदाधिकारियों व भूतपूर्व सैनिक यूनियन बरमाणा भी बीडीटीएस के साथ सयुंक्त रूप से इस संघर्ष में सम्मिलित हुई।
यह भी पढ़ें:कांगड़ा के कांग्रेसी हुए एकजुट युवा व नए चेहरे को टिकट देने की करेंगे सिफारिश
बता दें कि शुक्रवार को बीडीटीएस की 21 सदस्य की कार्यकारिणी व ट्रक ऑपरेटरों ने सामूहिक फैसला लिया कि जब तक एसीसी प्रबंधन मांगों को पूरा नहीं करता है तब तक ऑपरेटरों का एसीसी प्रबंधन के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। शुक्रवार को एसीसी सीमेंट कि ढुलाई कर रहे बीडीटीएस के दोनों गुटों ने सीमेंट और क्लिंकर की डिमांड ना दिए जाने के चलते सामूहिक क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी। बरमाणा (Barmana) में सैकड़ों बीडीटीएस सभा सदस्यों ने मांगों को लेकर रोष रैली निकाली। बताया जा रहा है कि रोष रैली जैसे ही पुकार हॉल से एसीसी फैक्ट्री के गेट के पास पहुंची तो वहां एसीसी प्रबंधन ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया। जिसके चलते सैकड़ों ऑपरेटर गेट के सामने ही बैठ गए, जिस कारण मुख्य सड़क पर आवाजाही में भी दिक्कत रही।
बीडीटीएस ऑपरेटर (BDTS Operator) का कहना है कि एसीसी सीमेंट प्रबंधन जानबूझकर ऑपरेटरों को भड़काने का प्रयास कर रहा है। लेकिन ऑपरेटर अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सीमेंट फैक्ट्री प्रबंधन (ACC Management) के रवैए को देखते हुए मजबूरन उन्हें क्रमिक भूख हड़ताल पर उतरना पड़ा। प्रतिदिन करोड़ों रुपए का ऑपरेटरों और व्यवसाय से जुड़े हुए अन्य लोगों का नुकसान हो रहा है। 9 दिनों से चल रही हड़ताल के कारण हजारों मीट्रिक टन सीमेंट व क्लिंकर का ढलान ठप होने से सीमेंट फैक्ट्री को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
विफल रही एसीसी प्रबंधन के साथ बीडीटीएस मैनेजमेंट की वार्ता
बता दें कि एसीसी प्रबंधन के साथ मैनेजमेंट बीडीटीएस के साथ मांगों को लेकर वार्ता विफल रही है। सदस्यों से मिली जानकारी मुताबिक वार्षिक 36 लाख मीट्रिक टन सीमेंट व क्लिंकर एसीसी प्रबंधन देने पर अड़ा है, जबकि सभा प्रबंधन 36 लाख मीट्रिक टन सीमेंट के अलावा अलग से क्लिंकर की बात कर रहा है। हालांकि इस दौरान प्रशासन ने भी मांगों को लेकर दोनों पक्षों में सहमति बनाने का प्रयास कियाए लेकिन अभी तक कोई हल दिखता नहीं आ रहा है। बीडीटीएस प्रधान जीत राम गौतम ने बताया कि एसीसी प्रबंधन की मनमानी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा जब तक अनुबंध अनुसार सीमेंट डिस्पैच व अन्य मांगों को एसीसी प्रबंधन नहीं मानता तब तक क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group