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अंधविश्वास ने उजाड़ दिया परिवारः बेटी के मौत के बाद मां ने लगाया फंदा, बेटे का मिला कंकाल
Last Updated on July 29, 2021 by Sintu Kumar
चंबा। अंध विश्वास यानी अंधा विश्वास ऐसा विश्वास जिसमें लोग अपनी तर्क बुद्धि नहीं लगाते, उसके सच, झूठ का पता नहीं करते। आज के दौर में कुछ ऐसे लोग हैं जो जादू-टोनों के चक्कर में पड़ कर अपनी व दूसरों का नुकसान कर बैठते हैं। ऐसा ही कुछ मामले सामने आया है चंबा जिला में। यहां पर इसी अंध विश्वास के चक्कर में पिछले तीन दिनों में दो लोगों की मौत हो गई। पांगी के रेई पंचायत के निवासी वेद व्यास की बेटी की मौत बुधवार को चंबा मेडिकल कॉलेज में बीमारी के कारण मौत हो गई थी। इसके बाद जब वह घर पहुंचा तो उसकी पत्नी त्यारी देवी ने भी फंदा लगाकर अत्महत्या कर ली थी। हद तो तब हो गई जब वेद व्यास के घर के अंदर से उसके 20 वर्षीय बेटे का कंकाल बरामद हुआ है। बताया जा रहा है कि बेटे की मौत काफी समय पहले हो गई थी। लेकिन वेद व्यास की पत्नी ने अंधविश्वास व जादू -टोने के चक्कर में बेटे के शव को अपने घर में ही रखा हुआ था।
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मामला गांव वालों के ध्यान में उस समय आया जब वेद व्यास चंबा में अपनी 15 वर्षीय बेटी का अंतिम संस्कार करने के बाद घर पहुंचा तो सभी एकत्रित होकर उसके घर पहुंचे और घर में देखा कि ताला लगा हुआ था। जब ताला खोला तो दरवाजे के सामने वेद व्यास की पत्नी प्यारी देई (40) ने फंदा लगाया था। गांव वासियों ने तुरंत पुलिस चौकी पुर्थी टीम को सूचित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घर के अंदर देखा तो हैरान रह गई। जहां पर प्यारी देई ने फंदा लगाया वहीं अंदर बिस्तर पर युवक का कंकाल भी था। इसके बाद पुरे गांव में सनसनी फैल गई है। गांव वासियों का कहना है यह परिवार पिछले चार वर्ष से अपने घर में ना तो अपने रिश्तेदारों को आने देते न ही गांव के किसी सदस्य को। फिलहाल पुलिस ने युवक के कंकाल व महिला के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए किलाड़ सिविल अस्पताल पहुंचाया हुआ है। जहां पर पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए है।
उधर रेई पंचायत प्रधान प्यारे लाल ने बताया कि बीते दिन छोटी बेटी की चंबा में मौत के बाद वेद व्यास गांव पहुंचा। उससे पूछताछ की गई तो उसने किसी को कुछ नहीं बताया। ग्रामीण जब वेद व्यास के घर पहुंचे तो घर में ताला लगा हुआ था। ताला खोलने पर सब सच्चाई सामने आ गई। बताया जा रहा है कि प्यारी देई जादू-टोने का काम करती थी और अपने पूरी परिवार से अपने घर में भक्ति करवाती थी। पूरा परिवार भक्ति में इस तरह से लीन हो गया कि पिछले चार साल से 24 घंटो में केवल एक बार खाना खाते थे। जिसके बाद पूरा परिवार कई बीमारियों का शिकार हो गया। परिवार के पांच सदस्यों में से तीन की मौत हो गई। जबकि बड़ी बेटी चंबा मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन है। स्थानीय लोगों ने बताया वेद व्यास के बेटे प्रेम जीत की मौत चार पांच माह पहले हो गई थी, इसके बाद अंध विश्वास के कारण मां ने शव घर में रखवाया हुआ था। मामला तभी संज्ञान में आया जब चार सालों बाद परिवार के दोनों बेटियां अचानक बीमार हो गई। जिसके बाद पिता अपनी बेटियों को इलाज करवाने के लिए चंबा मेडिकल कॉलेज ले आए जहां पर छोटी बेटी ने दम तोड़ दिया। पांगी थाना प्रभारी नितिन चौहान ने बताया मां और बेटे के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
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