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पिता जिंदा होते तो नहीं बनती सिंगर, पढ़ें लता के जीवन से जुड़े अनसुने किस्से
लता मंगेशकर: भारत की नामचीन हस्तियों में से हैं एक लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने रविवार सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। लता मंगेशकर की गायकी को एक चमत्कार की तरह देखा जाता रहा है। लता की गायकी ने उन्हें सबसे अलग और सबसे खास बनाया। लता मंगेशकर को 8 जनवरी, 2022 से निमोनिया और कोरोना के लक्षण पाए जाने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। लता मंगेश्कर (92) को उम्र से संबंधित अन्य समस्याएं भी थीं।
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आज हम आपको लता मंगेशकर से जुड़े कुछ अनसुने किस्सों के बारे में बताएंगे। लता मंगेशकर के जीवन से जुड़ी कई ऐसी कहानियां हैं, जिन्हें शायद ही आपने कभी सुना हो।
आर्थिक स्थिति थी बदहाल
लता की प्रतिभा को सबसे पहले उस वक्त के प्रसिद्ध संगीतकार मास्टर गुलाम हैदर ने जाना था। उन्होंने लता की
आवाज सुनी थी और उन्हें इंडस्ट्री में लोगों तक पहुंचाने की कोशिश भी की। उस वक्त लता बहुत कमजोर थीं और वो दौर ऐसा था जब लता की आर्थिक स्थिति बदहाल थी।
उठाई परिवार की जिम्मेदारी
लता मंगेशकर का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था और उनका बचपन अभावों में गुजरा। उनके सर से मात्र 13 साल की उम्र में पिता का साया उठ गया था। जिसके बाद लता के ऊपर परिवार की जिम्मेदारी आ गई और फिर उन्होंने अपनी विधवा मां के साथ 3 बहनें और भाइयों के लिए काम की शुरुआत की। उन्होंने गायकी को ही अपने जीवान-यापन का जरिया बनाया।
मराठी फिल्म के लिए गाया पहला गाना
लता मंगेशकर ने महज 5 साल की उम्र से गायकी शुरू कर दी थी, लेकिन घर पर कम उम्र में ही जिम्मेदारियों का बोझ पड़ने पर उन्होंने इसे प्रोफेशन बना लिया। उन्होंने गायकी की शुरुआत मराठी फिल्म में गाना गाकर किया था। उनका पहला गाना मराठी फिल्म किती हसाल का नाचू या गड़े था, जिसे संगीत सदाशिवराव ने दिया था। लता मंगेशकर का पहला गाना फिल्म में नहीं चुना गया, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने मराठी फिल्मों में गाना जारी रखा।
पहले हिंदी गाने का दिलचस्प किस्सा
लता मंगेशकर ने अपने शुरुआती दिनों में अभिनय भी किया था। उन्होंने अपने पिता के मित्र मास्टर विनायक की फिल्म पहली मंगलागौर में अभिनय किया था। इसके बाद लता को पहला हिंदी गाना गाने का मौका मिला। इस गाने का नाम था माता एक सपूत की। इसके बाद भी लता का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने काम की तलाश जारी रखी जब तक उन्हें ढंग का काम नहीं मिल गया।
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लता हुईं थी रिजेक्ट
मास्टर गुलाम हैदर और लता से जुड़ा एक किस्सा बहुत चर्चित था। फिल्ममेकर शशधर मलिक एक शहीद नाम की
फिल्म बना रहे थे, जिसमें गुलाम हैदर संगीत दे रहे थे, लेकिन जब उन्होंने लता की आवाज शशधर को सुनाई तब
उन्होंने उनकी आवाज को बहुत पतला बताकर रिजेक्ट कर दिया था। जिसके बाद मास्टर गुलाम को ये बात चुभ गई
और उन्होंने लता को स्टार बनाने की ठान ली।
पहले हिट गाने का किस्सा
साल 1948 में लता को फिल्म मजबूर में मास्टर गुलाम हैदर ने एक गाना गवाया, गाने के बोल थे दिल मेरा तोड़ा। इसके बाद लता की किस्मत बदल गई और इस फिल्म के साथ-साथ इस फिल्म गीत और संगीत दोनों हिट हो गया और इसके बाद लता इंडस्ट्री की एक जानी मानी हस्ती बन गईं।
पिता जिंदा होते तो नहीं बनती सिंगर
लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू के दौरान बड़ी दिलचस्प बात साझा की थी। उन्होंने बताया था कि उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर को बहुत समय तक पता ही नहीं था कि वो गाना गाती हैं। गाना गाने पर कई बार उनकी मां से भी उन्हें डांट मिली थी।उन्होंने कहा था कि पिताजी जिंदा होते तो मैं शायद सिंगर नहीं होती।
शादी ना करने का किस्सा
शादी से जुड़े सवाल को लेकर लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू में कहा था कि बहुत कम उम्र में उनपर जिम्मेदारी आ गई थी और मेरे पास बहुत सारा काम था। सोचा था सबको सेटल करके शादी-परिवार बसाउंगी, लेकिन फिर बहन की शादी हो गई और मैं उनके बच्चे संभालने लगी।
किशोर कुमार के साथ गाने से किया था मना
लता मंगेशकर और किशोर कुमार की जोड़ी ने बहुत से हिट गाने दिए हैं। इतना ही नहीं दोनों की दोस्ती के किस्से भी बहुत मशहूर हैं। इसके बावजूद लता ने एक दिन किशोर कुमार के साथ गाने से मना कर दिया था। इसके पीछे की कहानी ये थी कि किशोर जब भी आते थे तो लता को खूब जोक्स सुनाते थे जिसे सुनकर वो लगातार हंसती थी और उनकी आवाज गड़बड़ हो जाती थी। इसी कारण से लता मंगेशकर ने किशोर कुमार के साथ गाने से मना कर दिया था।
मोहम्मद रफी से भी हुई थी अनबन
रिपोर्ट्स के अनुसार, लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी के बीच किसी बात को लेकर लगभग चार साल कर अनबन थी। दोनों ने एक साथ कई सदाबहार गाने दिए हैं, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में इस अनबन की वजह गाने के लिए मिलने वाली रॉयल्टी को बताया गया, जिसपर दोनों के अलग-अलग विचार थे इतना ही नहीं एक बार लता ने उनके साथ गाना गाने से भी मना कर दिया था। हालांकि, बाद में फिर दोनों ने एक साथ काम करना शुरू कर दिया था।