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लवी मेले को लेकर जयराम पर विक्रमादित्य का अटैक, अधिकारियों को भी नहीं बख्शा
Last Updated on November 14, 2021 by Vishal Rana
शिमला। दिल्ली में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के बाद शिमला लौटे कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सरकार पर जम कर निशाना साधा है। उन्होंने प्रदेश की जयराम सरकार पर बदले की भावना से राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने लवी मेले को राजनीति के शिकार होने की बात कही। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय लवी मेले को कोरोना के चलते बंद रखने की बात कही गई है, जबकि चुनाव के समय सरकार ने जमकर रैलियां की थी।
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विक्रमादित्य सिंह ने कहा रामपुर में चुनाव में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी है, जिसके चलते यह मेला राजनीति की भेंट चढ़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा रेणुका मेला धूमधाम से मनाया जाता है। सीएम जयराम ठाकुर खुद उसमें जाते हैं, लेकिन लवी मेले में न तो सीएम जाते हैं और न ही राज्यपाल जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को भी नियमों के तहत काम करना चाहिए, जो भी अधिकारी नियमों को दरकिनार कर काम कर रहे हैं कांग्रेस की सरकार बनने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह सवर्ण आयोग के खिलाफ नहीं है। अन्य आयोगों की तर्ज पर प्रदेश में सवर्ण आयोग का गठन किया जाना चाहिए। अगर वर्तमान सरकार इसे नहीं बनाती है तो कांग्रेस सरकार बनने पर स्वर्ण आयोग बनाया जाएगा। उन्होंने कहा प्रदेश में पहले हुई इनवेस्टर मीट भी धरातल पर नहीं उतर पाई है। सरकार को इस पर विधानसभा में स्वेत पत्र लाना चाहिए और कितना निवेश धरातल पर उतरा है इसको जनता के सामने रखना चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात कर कई मुद्दों को लेकर चर्चा की गई और उन्हें प्रदेश की वास्तविक स्थिति से अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोगों ने उपचुनाव में कांग्रेस का साथ दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आउटसोर्स, करुणामूलकव अन्य कर्मचारियों के मुद्दों को विधानसभा में
उठाया जाएगा।