-
Advertisement
पौंग विस्थापितों के मुद्दे पर बचते नजर आए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री
फतेहपुर। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत गुरुवार देर शाम पौंग डैम पर पहुंचे और बांध का निरिक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पौंग डैम निर्माण के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के दौरान जब स्थानीय मीडिया ने केन्द्रीय मंत्री से सबाल किया कि पौंग बांध बनने पर जो लोग विस्थापित हुए थे, उन्हें न ही जमीन मिली और न ही पानी पर हक। इस सवाल पर कन्नी काटते हुए शेखावत ने बचाव की मुद्रा में कहा कि मामला कोर्ट में है। इस पर वे टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि वह 50 साल पूरे कर चुके सभी बांधों का निरीक्षण कर रहे हैं। इन बांधों के उचित रखरखाव में किसी भी प्रकार के धन की कमी नहीं आने दी जायेगी। जल्द ही बांध सैफ्टी एक्ट संसद में लाकर पारित किया जायेगा।
12 हजार विस्थापितों को नहीं मिला इंसाफ
आपको बता दें कि जब पौंग बांध बना था तो इसके बनने पर करीब 12 हजार परिवार विस्थापित हुए थे। इनमें से 6000 परिवारों की पीढ़ियां आज तक जमीन के बदले जमीन मिलने का इंतजार कर रहे हैं। कुछ परिवारों के मुखिया इंसाफ की आस में दम तोड़ चुके हैं। उनके वारिस अपना हक मांगते हुए सरकारों के आगे गिड़गडाते हुए नजर आते हैं। आज तक लोगो को जमीन के बदले जमीन तो दूर, पौंग बांध के पानी पर भी हक नहीं मिल पाया है।
यह भी पढ़े:छितकुल गांव को गोद लेगा सीपीएसयू, लगेगा पावर प्लांट