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किस देवता को लगाएं कौन सा भोग, यहां पढ़े किन नियमों का पालन करना जरूरी
Bhagwan ka Bhog: हिंदू धर्म में भगवान की पूजा में प्रसाद का बहुत महत्व होता है। पूजा के दौरान देवी-देवता को विभिन्न प्रकार के प्रसाद का भोग लगाया जाता है। यदि आप भगवान से सुख-समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहते हैं तो हमेशा पूजा में उनकी पसंद का ही प्रसाद चढ़ाएं। ऐसा करने से आप के इष्टदेव प्रसन्न होंगे और आप की मनोकामना पूरी होने का आशीर्वाद भी देंगे। आज हम आप को बता रहे हैं कि किस देवी या देवता को कौन सा प्रसाद पसंद है और देवता को भोग लगाते समय विशेष नियमों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
सोमवार को भगवान शिव की आराधना करनी चाहिए। सभी देवताओं में भगवान शिव की पूजा अत्यंत सरल मानी गई है। यदि आप भगवान शिव का आशीर्वाद शीघ्र ही पाना चाहते हैं तो उनकी पूजा में उनका पसंदीदा पंचामृत का प्रसाद अवश्य चढ़ाएं। इसके साथ आप चाहें तो थोड़ी सी भांग भी चढ़ा सकते हैं. क्योंकि भांग से उनको बहुत राहत मिलती है।
सभी देवताओं में प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश को माना गया है और उनकी पूजा में उनका सबसे प्रिय प्रसाद मोदक या लड्डू है। भगवान गणेश की पूजा के दौरान उनको मोदक का भोग अवश्य लगाएं। इससे वे जल्द ही प्रसन्न होते हैं और लोगों की मनोकामना पूरी करते हैं।
भगवान विष्णु की पूजा में गाय के दूध से बनी खीर और पेड़े या सूजी का हलवा पसंद हैं और तुलसी दल तो उनका सबसे प्रिय हैं। इसलिए भगवान विष्णु के भोग में तुलसी दल को शामिल करना अनिवार्य हैं, क्योंकि बिना तुलसी दल से भगवान विष्णु का भोग अधूरा माना जाता है। भगवान विष्णु को तुलसी दल के साथ ही भोग लगाएं।
दशरथनंदन अयोध्या के राजा राम की पूजा करते समय उन्हें उनकी प्रिय चीजों का प्रसाद चढ़ाने पर शीघ्र ही कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि भगवान श्री राम पूजा में केसर भात व खीर का भोग लगाने पर शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं।
भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में हमेशा मक्खन और मिश्री का प्रसाद चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा आप चाहें तो खीर, हलुआ, पूरनपोली, लड्डू और मीठी सेवईं आदि तुलसी की पत्तियां डालकर भोग लगा सकते हैं। क्योंकि भगवान श्रीकृष्ण, विष्णु जी का ही अवतार हैं।
कलयुग में अत्यंत फलदायी माने जानी वाली हनुमत साधना करते समय हनुमानजी को प्रसाद में हलुआ, पंच मेवा, बूंदी, गुड़ से बने लड्डू, मीठा पान अवश्य चढ़ाना चाहिए। श्री हनुमान जी को उनका पसंदीदा प्रसाद चढ़ाने पर उनकी पूरी कृपा बरसती है।
भगवान को प्रेम पूर्वक भोग चढ़ाना चाहिए. भोग हमेशा शुद्ध और ताजा होना चाहिए और भोग चढ़ाते समय मन में भक्ति भाव होना चाहिए। इस तरह भोग चढ़ाने से देवता प्रसन्न होते हैं और लोगों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।