-
Advertisement

किस देवता को चढ़ता है कौन सा प्रसाद , यहां पढ़े
हिन्दू धर्म में मंदिर में या किसी देवी या देवता की मूर्ति के समक्ष प्रसाद चढ़ाने की प्राचीनकाल से ही परंपरा रही है। हम प्रतिदिन पूजा पाठ करते हैं। पूजा-पाठ के दौरान हम अपने इष्ट को प्रसाद भी अर्पित करते हैं। इनमें फल, मिठाई, बताशे, मेवे आदि हम भगवान के चढ़ाते हैं। हमें इस बात की जानकारी नहीं होती कि किस देवी या देवता को कौन सा प्रसाद चढ़ाना चाहिए। ताकि हमारी मनोकामना जल्द पूरी हो। तो हम आप की ये दुविधा समाप्त करते हैं और आप को बताते हैं कि किस देवता को कौन सा प्रसाद चढ़ाना चाहिए।
यह भी पढ़ें: अब गंगा की 13 सहायक नदियों पर भी दिखेगा ‘गंगा आरती’ का नजारा
भगवान गणेश: प्रथम पूज्य गणपति की पूजा में मोदक या लड्डू का प्रसाद सबसे उत्तम माना गया है। गणपति को चढ़ाए जाने वाला मोदक प्रसाद कई तरह का बनता है। वैसे आप चाहें तो गणपति को मोतीचूर का लड्डू भी चढ़ा सकते हैं क्योंकि गणपति को यह अत्यंत प्रिय है।
मां दुर्गा: हर घर में मां दुर्गा की पूजा होती है। शक्ति की साधना करते समय माता दुर्गा को खीर, मालपुए, मीठा हलुआ, नारियल और मिठाई चढ़ाना चाहिए। शुक्रवार के दिन माता की पूजा करने के बाद प्रसाद में हलवा चढ़ाने शीघ्र ही देवी कृपा मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
भगवान शिवः भोले भंडारी को भांग और पंचामृत का प्रसाद बहुत पसंद है। ऐसे में शिव की पूजा में दूध, दही, शहद, शक्कर, घी, जलधारा से स्नान कराने के बाद प्रसाद में भांग अवश्य चढ़ाएं।
मां सरस्वती: ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा में दूध, पंचामृत, दही, मक्खन, सफेद तिल के लड्डू तथा धान का प्रसाद विशेष रूप से चढ़ाया जाता है। माता को यह प्रसाद चढ़ाने पर शिक्षा आदि के क्षेत्र में सफलता मिलती है।
भगवान विष्णु: भगवान विष्णु की पूजा में खीर या सूजी का हलवा प्रसाद में चढ़ाया जाना चाहिए। प्रसाद में तुलसी अवश्य डालें और लोगों में वितरित करें। गुरुवार के दिन लक्ष्मी नारायण मंदिर में जाकर इस प्रसाद को चढ़ाने से शीघ्र ही मनोकामना पूरी होती है।
हनुमान जीः हनुमान जी को प्रसाद में हलुआ, पंचमेवा, बूंदी, गुड़ से बने लड्डू, मीठा पान चढ़ाने से वे शीघ्र प्रसन्न होकर अपने साधक पर कृपा बरसाते हैं। मंगलवार के दिन हनुमानजी को चोला चढ़ाकर इस प्रसाद को चढ़ाने से शीघ्र ही मनोकामनाएं पूरी होती है।