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विपक्ष के झांसे में ना आएं जिला परिषद कर्मचारी, हड़ताल छोड़कर काम पर लौटे
Last Updated on October 14, 2023 by Soumitra Roy
शिमला। जिला परिषद कर्मचारियों (Zilla Parishad Employee) से ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरूद्ध सिंह ने अपील की है कि प्रदेश में आई आपदा (Disaster) के बाद प्रभावितों को राहत और पुर्नवास कार्यों के लिए उनका काम पर लौटना अति आवश्यक हैं। कर्मचारियों को हड़ताल छोड़कर आपदा प्रभावितों के लिए मदद के हाथ बढ़ाने चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारी विपक्ष (Opposition) के झांसे में ना आएं और प्रभावितों के बारें में सोचकर अपने काम पर लौटे।
इतिहास में पहली बार हुई सबसे भीषण त्रासदी
इस साल के मॉनसून सीज़न (Monsoon Season) में हिमाचल प्रदेश ने इतिहास में पहली बार सबसे भीषण त्रासदी का सामना किया है। भारी बारिश एवं भू-स्खलन के कारण लोगों के घर, गौशालाएं ढह गईं तथा निजी एवं सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है। कृषि एवं बागवानी भूमि तथा फसलों को भी भारी क्षति हुई है। प्रदेश सरकार ने प्रभावित परिवारों को मदद के लिए 4500 करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज घोषित किया है। इसमें लोगों के घर बनाने से लेकर गौशालाओं तथा कृषि भूमि के संरक्षण के कार्य शामिल किए गए हैं। मनरेगा के तहत प्रदेश सरकार लगभग एक हजार करोड़ रुपए ग्रामीण जीवन को पुनर्जीवित करने के लिए खर्च करने जा रही है।
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प्रदेश सरकार ने भी सदैव कर्मचारी हित में निर्णय लिए
अनिरूद्ध सिंह (Anirudh Singh) ने कहा कि यह सभी कार्य पंचायत स्तर पर पूरे किए जाने हैं जिसमें जिला परिषद कर्मचारियों की प्रमुख भूमिका होती है। उन्होंने हड़ताल पर गए सभी कर्मियों से अपील की है कि वे प्रभावित परिवारों के दुख-दर्द को समझते हुए वापिस काम पर लौट जाएं। ग्रामीण स्तर पर विकास कार्यों को अमलीजामा पहनाने में जिला परिषद कर्मियों का सराहनीय योगदान रहा है। विभिन्न वित्तीय बाधाओं के बावजूद भी वर्तमान प्रदेश सरकार ने भी सदैव कर्मचारी हित में निर्णय लिए हैं। प्रदेश सरकार शुरू से ही जिला परिषद कर्मचारियों की मांगों को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।