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यूक्रेन में फंसे मंडी और नालागढ़ के 33 बच्चे, सीएम जयराम ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
शिमला। रूस और यूक्रेन (Ukraine) के बीच छिड़े युद्ध के कारण मंडी (Mandi) जिला और नालागढ़ के 23 बच्चों के वहां पर फंसे होने की जानकारी मिली है। हवाई सेवाओं के पूरी तरह से बंद होने के कारण अब ये बच्चे वहां से वापिस आने के लिए तरस रहे हैं। मंडी जिला प्रशासन ने अभी तक 23 बच्चों के वहां पर फंसे होने की पुष्टि की है। डीसी मंडी (DC Mandi) अरिंदम चौधरी ने बताया कि कुछ समय पहले 35 बच्चों की जानकारी प्राप्त हुई थी, लेकिन आज युद्ध की जानकारी मिलने के बाद यह संख्या घटकर 23 रह गई है। कुछ बच्चे पहले ही वहां से वापिस अपने घर लौट आए हैं और कुछ वापिस आ रहे हैं।इस संदर्भ में राज्य और केंद्र सरकार को सारी जानकारी उपलब्ध करवा दी गई है। सरकार इन बच्चों को वापिस लाने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है। प्रशासन की तरफ से जो भी संभव हो पाएगी वो मदद की जाएगी।
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इसी तरह से सोलन जिला के नालागढ़ के यूक्रेन में 10 लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली है। यह सभी प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ के छात्र-छात्राएं हैं। पीड़ित छात्र-छात्राओं (Students) के अभिभावकों ने एसडीएम नालागढ़ (Nalagarh) को अपने बच्चों की डिटेल भेजी है और साथ ही उन्हें सुरक्षित भारत वापस लाने की गुहार लगाई है। जानकारी देते हुए एसडीएम नालागढ़ महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि यूक्रेन में फंसे छात्रों की लिस्ट जारी की गई है। इन सभी के परिजनों ने अपने बच्चों को वापस लाने की गुहार लगाई है।
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इनके लौटने की उम्मीद में परिजन, लगा रहे मदद की गुहार
बल्ह उपमंडल के लुणापानी गांव निवासी राहुल पुत्र रमेश चंद, ढांगू निवासी रितिका पुत्री कृष्ण, धर्मपुर उपमंडल के धर्मपुर गांव निवासी नारायण सिंह पुत्र इंद्र सिंह, सिंहन पैहड़ निवासी अंकुश ठाकुर पुत्र कश्मीर सिंह व अभिलाष ठाकुर पुत्र बलदेव, सुंदरनगर उपमंडल के पुराना बाजार निवासी पुष्पांजलि पुत्री नरेश भट्ट, महादेव निवासी रोहित पिता कृष्ण चंद, पधर उपमंडल के कुन्नू गांव निवासी संजय कुमार पिता पन्ना लाल, करसोग उपमंडल के चुराग गांव निवासी शिवांश शर्मा पुत्र राकेश शर्मा शामिल हैं। अधिकतर का अपने बच्चों के साथ संपर्क हुआ है और सभी वहां पर डरे हुए हैं और घर वापसी की गुहार लगा रहे हैं। परिजनों ने भी राज्य और केंद्र सरकार से इनके बच्चों को जल्द घर लाने की गुहार लगाई है।
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जयराम सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
यूक्रेन में फंसे हिमाचल के लोगों के लिए जयराम सरकार (CM Jai Ram Thakur) ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। सीएम जयराम ठाकुर ने ट्वीट कर भी यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे हिमाचल के लोगों के परिजन “मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन 1100 नंबर” पर जानकारी दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम लगातार केंद्र से इस पर बात कर रहे हैं। लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्हांेने कहा कि हेल्पलाइन पर जानकारी देने से हमें यूक्रेन में फंसे हिमाचल के लोगों के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। जिससे हमें केंद्र को इसकी जानकारी देने में आसानी होगी। वहीं इस मामले में बड़ी अपडेट सामने आई है।
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बता दंे कि रूस और यूक्रेन के बीच गहरा तनाव चल रहा है। ऐसे में भारत के भी सैंकड़ों लोग यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इस सब के बीच हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने लोगों से चिंता ना करने और यूक्रेन में फंसे अपनों की जानकारी देने को कहा है। हालांकि आज सुबह ही सीएम जयराम ने हिमाचल के 7 बच्चों के वहां फंसे होने की बात कही थी। सीएम जयराम ने ट्वीट के माध्यम से यूक्रेन में फंसे बच्चों से आग्रह किया है कि वे किसी भी तरह की चिंता ना करें और संबंधित एडवाइजरी का पालन करें। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि आपके बच्चे हिमाचल के बच्चे हैंए इनकी सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैए इसलिए चिंता ना करेंए जल्द ही उचित समाधान निकाला जाएगा और सभी को सुरक्षित वतन वापस लाया जाएगा।
केंद्र से चल रही है बात
सीएम ठाकुर ने कहा कि इस संबंध में लगातार केंद्र सरकार और खासरकर विदेश मंत्रालय से वे संपर्क में है। केंद्र सरकार इस दिशा में प्रभावी रूपरेखा तैयार कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही बच्चों को सुरक्षित भारत लेकर आया जाएगा। वहीं इससे पहले जानकारी मिली थी कि कुल्लू जिला की 20 वर्षीय चैरी मांडया यूक्रेन में फंस गई है, चैरी मांडया के पिता नीरज शैणी और माता अनुबाला ने डीसी कुल्लू के माध्यम से प्रदेश सरकार से चैरी को भारत वापिस लाने की मांग की है।
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