-
Advertisement

पत्रकार सुष्मिता ने तीज की किताब का बना दिया #Toilet_Paper, उठी गिरफ्तारी की मांग
नई दिल्ली। देश के सभी नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी मिली हुई है लेकिन इसका बेजा फायदा उठाने वाले भी कम नहीं हैं। ये वही लोग है जो कि अभिव्यक्ति की आजादी का इस कदर फायदा उठाते हैं कि किसी की धार्मिक भावनाओं को तक आहत कर देते हैं। मजहबी उन्माद फैलाने का एक ऐसा ही नया मामला सामने आया है, जिसमें एक तथाकथित पत्रकार ने हरितालिका तीज व्रत (Haritalika Teej) की किताब (Book) को लेकर की गईं अपमानजनक बातों वाला एक वीडियो (Video) अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। बतौर रिपोर्ट्स इस महिला पत्रकार का नाम सुष्मिता सिन्हा (Sushmita Sinha) है। सुष्मिता पटना की रहने वाली हैं और दिल्ली में एक अखबार में काम करती हैं।
Leftists find pleasure in abusing gentle Hindus and Hindu believes. Here @Sushmitasinhaa, who works for @BoltaHindustan (owned by Mohd. Rahmani) uses Hindu texts as toilet paper! Give us any relevant details in my DM for FIR. We already have her linkedin, insta, FB. pic.twitter.com/K6wvrbHzAZ
— Hindu IT Cell (@HinduITCell) August 25, 2020
इन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें वह देवी-देवताओं वाली इस किताब का अपमान करती नजर आ रही हैं। अब सोशल मीडिया पर युवती को गिरफ्तार करने की मांग चल रही है। सुष्मिता के इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया में लोग उसके ऊपर गुस्सा निकाल रहे हैं। ट्विटर पर #ArrestSushmitasinha जमकर ट्रेंड कर रहा है। सुष्मिता अपने इंस्टाग्राम पर अपलोड किए गए वीडियो में कहती हैं कि मैंने इस रद्दी किताब के लिए मैनें 15 रूपए खर्च किए अब ये किताब मेरे किसी काम की नहीं है। इसके बाद उन्होंने कहा कि तीज की कथा वाली पुस्तक को वो टॉयलेट पेपर बनाएंगी या टिश्यू पेपर, इस सम्बन्ध में उन्हें सलाह चाहिए।
ये मेरा पूरा video है, जिसे लोग काट कर चला रहें है pic.twitter.com/KH6SE5GyF9
— Sushmita Sinha (@Sushmitasinhaa) August 26, 2020
वहीं, अरेस्ट होने की मांग उठने पर सुष्मिता ने अपनी तरफ से सफाई पेश करते हुए कहा है कि उनका वीडियो काटकर शेयर किया गया। उनके कहने का मतलब था कि किताब में महिलाओं के विरोध में बातें लिखी हैं जबकि पुरुषों के लिए कुछ भी नहीं है। किताब की कहानी महिला विरोधी है, इसलिए वह सिर्फ इस कहानी के विरोध में थीं। बता दें कि यह अपने आप में इस तरह की पहली घटना नहीं है कि इससे पहले प्रयागराज पुलिस ने हीर खान नामक एक महिला को हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के जुर्म में गिरफ्तार किया था।