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पूर्ण राज्यत्व दिवस पर स्नो फेस्टिवल का आगाज, दिखेगी Lahaul की संस्कृति
केलांग। जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में देश का दूसरा सबसे बड़ा फेस्टिवल का आज आगाज हो गया है। यह स्नो फेस्टिवल (Snow festival) करीब दो माह तक चलेगा। जिसमें लाहुल की संस्कृति और यहां के उत्सवों की झलक देखने को मिलेगी। सोमवार को पर्यटन (Tourism) को बढ़ावा देने, जनजातीय संस्कृति को संरक्षित करने, यहां की पारंपरिक खेलों को दर्शाता व समृद्ध संस्कृति को दर्शाता त्योहारों का त्यौहार स्नो फेस्टिवल का आगाज केबिनेट मंत्री डॉ रामलाल मार्कंडेय (Minister Dr. Ramlal Markandey) ने बौद्ध लामाओं के मंत्रोचारण के बीच दीप प्रज्वलित कर किया।
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इस अवसर पर उन्होंने जिले के पारंपरिक खेल तीरंदाजी का तीर चलाकर और पारंपरिक व्यंजनों के स्टाल का भी शुभारंभ किया। मार्कंडेय ने जिला में लोगों को जागरूक करने को लेकर स्वच्छता वाहन को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने सड़क सुरक्षा का संदेश देते हुए बर्फ़ में वाहनों को कैसे सुरक्षित चलाना है को लेकर भी जिप्सी राइड को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर स्नो फेस्टिवल का आगाज हुआ है। यह फेस्टिवल हर साल मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फ़ेस्टिवल को समृद्ध ट्राइबल संस्कृति (Tribal culture) को एक मंच पर लाने व यहां के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है और हर वर्ष मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुविधाओं के अभाव में इस बार सर्दियों में पर्यटक नही पहुंच पाए। आने वाले समय मे संरचनात्मक ढांचे को विकसित किया जायेगा, ताकि पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर डीसी लाहुल (DC Lahaul) पंकज राय ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में समस्त ज़िला अधिकारियों सहित कई लोग उपस्थित रहे।