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#toolkit प्रकरण : विदेशों में थी भारतीय दूतावास टारगेट करने की कोशिश : Delhi Police
नई दिल्ली। किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर बनाए गए टूलकिट (Toolkit) पर अब हंगामा भी शुरू हो गया है। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने अब मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कई दावे किए हैं। टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस ने क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट दिशा रवि (Climate Change Activist Disha Ravi) को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी बेंगलुरु (Bangalore) से हुई है, लेकिन अब पुलिस ने दावा किया है कि टूलकिट इसलिए बनाया गया ताकि आंदोलन (Portest) का और प्रसार हो सके और विदेशों में भारत के दूतावास को भी टारगेट किया जा सके।
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In this process,they all collaborated with pro Khalistani Poetic Justice Foundation to spread disaffection against the Indian State. She was the one who shared the Toolkit Doc with Greta Thunberg. @HMOIndia @LtGovDelhi @CPDelhi
— Delhi Police (@DelhiPolice) February 14, 2021
एक ओर टूलकिट को लेकर गिरफ्तारी (Arrest) होने के बाद देश में सियासी घमासान शुरू हो गया है, लेकिन दूसरी ओर दिल्ली पुलिस दिशा रवि (Disha Ravi) के अन्य साथियों की तलाश में जुटी हुई है है। पुलिस अब टूलकिट से जुड़े अन्य तीन लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस इस केस में खालिस्तानी (Khalistani) एंगल की जांच भी कर रही है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और बताया कि टूलकिट साजिश में पोएटिक फाउंडेशन जुड़ी हुई है।
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टूलकिट में गलत जानकारियां
दिल्ली पुलिस का कहना है कि टूलकिट में गलत जानकारियां दी गईं। दिल्ली पुलिस का कहना है कि 11 जनवरी को जूम पर एक मीटिंग हुई थी। इसमें दिशा रवि के अलावा निकिता और शांतनु भी शामिल थे। मीटिंग में एमओ धालीवाल भी थे। जूम में हुई इस मीटिंग में तय किया गया कि 26 जनवरी से पहले ही ट्विटर पर एक माहौल बनाया जाएगा। दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस मीटिंग में 60 से 70 लोग थे। दिल्ली पुलिस के मुताबिक देश का माहौल बिगाड़ने के लिए ही टूलकिट बनाया गया था और इसकी मुख्य साजिशकर्ता दिशा रवि हैं। पुलिस का कहना है कि क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने टूलकिट को ट्विट करने के बाद डिलीट कर दिया था। इस टूलकिट को दिशा रवि ने ही कई बार एडिट किया। बताया जा रहा है कि कोर्ट में जब पुलिस रिमांड पर सुनवाई हुई तो दिशा रवि रो पड़ीं। इस दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि टूलकिट की दो लाइन उन्होंने एडिट की थीं।
In this process,they all collaborated with pro Khalistani Poetic Justice Foundation to spread disaffection against the Indian State. She was the one who shared the Toolkit Doc with Greta Thunberg. @HMOIndia @LtGovDelhi @CPDelhi
— Delhi Police (@DelhiPolice) February 14, 2021
जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि का मोबाइल भी जब्त किया है, लेकिन डाटा डिलीट कर दिया गया था। ऐसे में पुलिस डाटा रिट्रीव करने पर जुटी हुई हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस खालिस्तानी एंगल पर भी जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक यह खलिस्तानी ग्रुप को दोबारा खड़े की साजिश है। दिशा रवि की गिरफ्तारी के बाद अब दिल्ली पुलिस निकिता जैकब और शांतनु की भी तलाश कर रही है। टूलकिट तैयार करने में दिशा रवि के साथ इन दोनों का भी हाथ था। निकिता जैकब मुंबई की रहने वाली हैं।
बतया जा रहा है कि निकिता जैकब से स्पेशल सेल ने एक दस्तावेज पर दस्तखत करवाए थे। इसके मुताबिक उसे जांच में शामिल होना था, लेकिन निकिता भूमिगत हो गईं। अब निकिता के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी हुआ है। इसके साथ ही निकिता जैकब ने बॉम्बे हाईकोर्ट में भी याचिका लगाई है और पुलिस के एक्शन से भी राहत मांगी है। निकिता जैकब पुणे लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई कर चुकी हैं। वो वकालत के साथ सामाजिक मुद्दों पर भी सक्रिय रहती हैं।