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भारत में है ऐसी अनोखी जगह, जहां गाड़ियां नहीं सड़क खुद बजाती है हॉर्न
Last Updated on June 26, 2022 by saroj patrwal
दुनियाभर में ज्यादातर मौतें सड़क हादसों में होती हैं। पहाड़ी इलाकों व घाटियों में मोड़ों के कारण सड़क हादसे ज्यादा पेश आते हैं। मोड़ों पर अक्सर गाड़ी सामने से आ रही गाड़ी को देख नहीं पाती और फिर दोनों गाड़ियों की भिड़ंत हो जाती है। हमारे देश के पहाड़ी इलाके भी कुछ इसी तरह के हैं। यहां भी मोड़ पर ड्राइवर टक्कर से बचने के लिए हॉर्न बजाते हैं, लेकिन कई बार ऐसा होता है कि ड्राइवर हॉर्न बजाना भूल जाता है और फिर हादसे का शिकार हो जाता है। आज हम आपको भारत में मौजूद एक ऐसी सड़क के बारे में बताएंगे, जहां सड़क खुद हॉर्न (Horn) बजाती है।
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बता दें कि घाटियों में होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए हिंदुस्तान पेट्रोलियम (Hindustan Petroleum) और लिओ बर्नेट (Leo Burnett) ने साल 2017 में एक यूनिक आइडिया को लॉन्च किया था। इसमें गाड़ी के हॉर्न बजाने की जगह सड़क के हॉर्न बजाने का सिस्टम डेवलप किया गया। इस तकनीक को सबसे पहले जम्मू (Jammu) और श्रीनगर (Srinagar) को जोड़ने वाले एनएच-1 पर टेस्ट किया गया।
जानकारी के अनुसार, एनएच-1 में इस तकनीक के सफल इम्प्लांट होने के बाद यहां हादसों में कमी आई है। अब इस तकनीक को देश की ऐसी अन्य सड़कों पर भी लगाए जाने का प्लान है। रिपोर्ट्स के अनुसार, स्मार्ट पोल्स लगाने से एनएच-1 पर हादसों में काफी कमी आई हैं।
गौरतलब है कि इन घाटियों में रास्ते बेहद घुमावदार हैं। ऐसे में घुमाव पर दूसरी तरफ से आ रही गाड़ी दिखती नहीं है या फिर कई बार ड्राइवर ऐसे मोड़ पर हॉर्न बजाना भूल जाते हैं, जिससे हादसे की संभावना रहती है। इसी के चलते इन सड़कों के टर्न कोने के आसपास में स्मार्ट लाइफ पोल्स (Smart Life Poles) लगाए गए हैं। जैसे ही कोई गाड़ी इन पोल्स के पास पहुंची है तो सड़क से आवाज आने लगती है और ड्राइवर सचेत हो जाते हैं।