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हिमाचल में भर्ती होंगे 40 नए कोच, जल्द पूरा होगा एथलेटिक ट्रैक का निर्माण कार्य
नूरपुर/रविन्द्र चौधरी। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रदेशभर में क़रीब 40 नए कोच भर्ती किए (40 New Coach)जाएंगे तथा प्रदेश भर में विभिन्न खेल केंद्रों में इन कोचों की तैनाती की जाएगी। यह बात युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Minister Vikramaditya Singh) ने नूरपुर में ‘रन अगेंस्ट ड्रग्स’ मैराथन में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विभिन्न खेलों से संबंधित 40 कोच की भर्ती प्रक्रिया चल रही है तथा इसे जल्द ही पूर्ण कर दिया जाएगा। प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए आने वाले समय में सरकार द्वारा खेल विभाग में सभी ज़रूरी व्यवस्थाओं को उपलब्ध करवाया जाएगा।
जिम के निर्माण के लिए 4 लाख स्वीकृत
खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इंडोर स्टेडियम नूरपुर (Indoor Stadium Nurpur) में निर्माणाधीन एथलेटिक ट्रैक का निरीक्षण भी किया। उन्होंने अधिकारियों से निर्माण कार्य की प्रगति का ब्योरा लेते हुए, इसे समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस अवसर पर इंडोर स्टेडियम नूरपुर में CSR के तहत प्राप्त हुए टेबल टेनिस के तीन टेबल को क्षेत्र के युवाओं को समर्पित किया। इंडोर स्टेडियम नूरपुर में जिम के निर्माण के लिए 4 लाख रुपए स्वीकृत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के युवाओं के लिए यहां बेहतर खेल इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध करवाने के लिए वे प्रतिबद्ध हैं, जिससे युवाओं की खेलों के प्रति रुचि बढ़े और वह असामाजिक गतिविधियों से दूर रहें।
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आत्मनिर्भर मॉडल होगा विकसित
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नूरपुर इंडोर स्टेडियम में व्यवस्थाओं के संचालन के लिए एक आत्मनिर्भर मॉडल (Self-reliant Model) विकसित करना ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि यहाँ बन रहे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स (Shopping Complex) से जो आमदनी होगी उससे खेल परिसर की गतिविधियों और व्यवस्थाओं को चलाने में सहायता होगी। उन्होंने कहा कि इससे जहां यह स्थान आत्मनिर्भर बनेगा, वहीं गतिविधियों के संचालन के लिए किसी का मुँह नहीं देखना पड़ेगा। खेल मंत्री ने कहा कि स्टेडियम के निर्माण के लिए यदि और अधिक धन की आवश्यकता हुई तो आगामी वर्ष में इसके लिए अतिरिक्त बजट उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एथलेटिक ट्रैक अगले वर्ष तक बनकर तैयार हो जाएगा, जिससे क्षेत्र के युवाओं को खेलों के लिए एक उत्कृष्ट स्थान उपलब्ध होगा।
नशे के खिलाफ पूरे समाज को खड़ा होने की आवश्यकता
वहीं, विक्रमादित्य ने कहा कि नशे के खिलाफ (Against Drugs) लड़ाई केवल सरकार और प्रशासन की ज़िम्मेदारी नहीं है अपितु पूरे समाज को इसके विरुद्ध खड़ा होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई एक जनआंदोलन बने इसके लिए सभी को अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि नूरपुर (Nurpur) और पास के क्षेत्रों में आज यह ड्रग्स रूपी दुश्मन बुरी तरह घुसपैठ कर चुका है। इसके खिलाफ विजय हासिल करने के लिए हमें नशा तस्करों के ऊपर सर्जिकल स्ट्राइक करने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि बहुत बार देखने में आता है कि नशे के चंगुल में फँसे युवा का लोग सामाजिक रूप से बहिष्कार करने लगते हैं। उन्होंने कहा कि नशे में फँसे व्यक्ति को हमें एक रोगी के रूप में देखना चाहिए और हर संभव तरीक़े से उसके उपचार का प्रयास करना चाहिए।
नूरपुर में ‘स्टेट ऑफ़ द आर्ट’ नशा मुक्ति केंद्र ज़रूरी
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि नूरपुर और उससे साथ लगते क्षेत्र में जिस प्रकार ड्रग्स की चपेट में युवा आ रहे हैं, उससे निपटने के लिए कारगर कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नूरपुर में एक ‘स्टेट ऑफ़ द आर्ट’ (State of the Art) नशा मुक्ति केंद्र की सख़्त ज़रूरत आज महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि वे CM ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष इस विषय को पूरी गंभीरता से रखेंगे और नूरपुर में एक अत्याधुनिक नशा मुक्ति केंद्र के निर्माण के लिए प्रयास करेंगे।
ये रहे विजेता
मैराथन (Marathon) में भाग लेने वाले युवाओं में महिला वर्ग में रवीना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं, नीतिका चौधरी और अंजू ने द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किया। पुरुष वर्ग में विक्रम सिंह पहले स्थान पर रहे तथा अंकित चौधरी दूसरे और तुषार चौधरी तीसरे स्थान पर रहे। महिला एवं पुरुष वर्ग में प्रथम आने वाले प्रतिभागियों को 5100, दूसरे स्थान में रहने वाले को 3100 रुपए और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 2100 रुपए की राशि और स्मृति चिन्ह भेंट किए गए।