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By Election : लाहुल-स्पीति की चुनावी तस्वीर कुछ अलग है इस बार,समझें यहां पूरा गणित
Lahaul Spiti By Election Scenario : केलांग। शीत मरुस्थल कहे जाने वाले लाहुल-स्पीति (Lahaul Spiti) में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा का भी उपचुनाव( Vidhansabha by-election) होने जा रहा है। बीजेपी( BJP) ने कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर (Ravi Thakur) को अपना कैंडिडेट बनाया है तो बीजेपी से बगावत करने वाले डॉ रामलाल मार्केंडेय (Dr Ramlal Markenda) निर्दलीय चुनाव में उतरने का ऐलान कर बैठे हैं। कांग्रेस ने अनुराधा राणा (Anuradha Rana) पर दांव खेला है। बीजेपी-कांग्रेस के बीच डॉ मार्कंडेय के आने से लाहुल-स्पीति की चुनावी तस्वीर इस मर्तबा कुछ और ही होगी। मार्कंडेय 13 मई को केलांग में समर्थकों के साथ नामांकन भरेंगे। इससे पहले बुधवार यानी आठ मई को कांग्रेस की अनुराधा ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। इस बीच बीजेपी के रवि ठाकुर को भी नामांकन करना है। लेकिन इन दोनों के बीच मार्केडेय लाहुल की राजनीति में चर्चा का केंद्र बनने जा रहे हैं। ये वहीं मार्कंडेय हैं जो1998 से 2022 तक वह हिविकां और बीजेपी( BJP) के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ते रहे हैं। लेकिन इस मर्तबा पहली बार निर्दलीय चुनाव मैदान में नजर आएंगे।
मार्कंडेय ने हिविकां से किया था राजनीतिक सफर शुरू
डॉ मार्कंडेय ने वर्ष 1998 में दिवंगत पंडित सुखराम की पार्टी हिविकां से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। लाहुल-स्पीति में चुनाव प्रदेश में बीजेपी-हिविकां गठबंधन की सरकार बनने के बाद हुआ था। उस वक्त चुनाव मैदान में चार प्रत्याशी मैदान में थे। वर्तमान में बीजेपी( BJP) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर ने निर्दलीय अपनी किस्मत आजमाई थी। लेकिन डॉ मार्कंडेय ने जीत दर्ज करवाई थी। वर्ष 2002 के चुनाव में कांग्रेस के रघुवीर सिंह ने डॉ रामलाल मार्कंडेय से 1998 की हार का बदला लिया था। दूसरे चुनाव में डॉ मार्कंडेय को हार का सामना करना पड़ा था।
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वर्ष 2007 में डॉ. मार्कंडेय बीजेपी में हुए थे शामिल
वर्ष 2007 में डॉ मार्कंडेय बीजेपी में शामिल हो गए थे। उन्होंने कांग्रेस के फुंचोक राय को पराजित कर बीजेपी( BJP) के चुनाव चिन्ह पर जीत दर्ज कर दूसरी बार विधायक बने थे। वर्ष 2012 के चुनाव में रवि ठाकुर को कांग्रेस का टिकट मिला। उन्होंने डॉण् मार्कंडेय को हरा दिया। वर्ष 2017 के चुनाव में डॉ. मार्कंडेय ने रवि ठाकुर को पराजित किया। वर्ष 2022 में रवि ठाकुर ने डॉ मार्कंडेय को पराजित कर दिया। लेकिन राज्यसभा की क्रॉस वोटिंग के चलते रवि ठाकुर ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर बीजेपी ज्वाइन कर ली। उसी के चलते अब ये उपचुनाव यहां होने जा रहा है। खैर देखना होगा की इस बार लाहुल-स्पीति में ऊंट किस करवट बैठता है।