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Himachal: प्रवासी पक्षियों के बाद अब कौवों में भी #Bird_Flu की पुष्टि, तीन सैंपल पॉजिटिव
धर्मशाला/मंडी। कांगड़ा जिला की पौंग झील में प्रवासी पक्षियों के बाद अब कौवों में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। कांगड़ा जिला के फतेहपुर क्षेत्र में मृत मिले पांच कौवों में से तीन की रिपोर्ट बर्ड फ्लू (Bird flu) को लेकर पॉजिटिव (Positive) आई है। जालंधर लैब से कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। अब यह सैंपल भोपाल (Bhopal) भेजे गए हैं। इनकी अंतिम रिपोर्ट मंगलवार तक आने की संभावना है। डीसी कांगड़ा (DC Kangra) राकेश प्रजापति ने मृत कौवों के भेजे पांच सैंपल में से तीन के पॉजिटिव आने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अब यह सैंपल जांच को भोपाल भेजे गए हैं। बता दें कि पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की मृत्यु के बाद फतेहपुर क्षेत्र में घरों के आसपास कौवें भी मृत मिले थे। पांच मृत कौवों (Crows) के सैंपल लेकर जांच को जालंधर भेजे गए थे। जालंधर लैब से आई प्रारंभिक रिपोर्ट में तीन कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
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अब बर्ड फ्लू प्रवासी पक्षियों तक ही सीमित नहीं रह गया है। बल्कि अन्य पक्षियों में भी बर्ड फ्लू फैलना चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में अब जालंधर जांच को भेजे 119 मुर्गों की सैंपल रिपोर्ट (Sample Report) का इंतजार बढ़ गया है। वहीं, पौंग झील (Pong Lake) के पानी के सैंपल की रिपोर्ट भी अभी तक नहीं आई है। संभावना है कि सोमवार तक रिपोर्ट आ सकती है। दूसरी तरफ सिरमौर जिला के पांवटा साहिब और मंडी में भी कौवे मृत मिले हैं। इनके सैंपल भी जांच को जालंधर भेजे गए हैं।
मंडी जिला के सन्यारड़ी में भी मिले मृत पक्षी
मंडी जिला में शुक्रवार को सन्यारड़ी में कुछ पक्षी मृत पाए गए हैं। पशुपालन विभाग की टीम ने एहतियातन इन सभी के सैंपल ले लिए हैं, जिन्हें वन विभाग ने जालंधर (Jalandhar) टेस्ट के लिए भेज दिया है। डीएफओ मंडी (DFO Mandi) एसएस कश्यप ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को सन्यारड़ी से एक स्थानीय व्यक्ति ने विभाग को वहां एक साथ कुछ कौवों के मरे होने की सूचना दी थी, जिस पर तुरंत कारवाई करते हुए विभाग की टीम मौके पर गई, वहां 12 कौवे मरे मिले हैं।
इसे लेकर पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) को सूचित किया गया और उनकी टीम ने इनके सैंपल लिए। जिला प्रशासन और वन विभाग की वाइल्डलाइफ विंग को भी इस बारे सूचित कर दिया गया है। कौवों की “डेड बॉडी” को पूरे वाइल्डलाइफ प्रोटोकॉल के साथ “डिस्पोज़ ऑफ़” कर दिया गया है। एसएस कश्यप ने कहा कि आमतौर पर सर्दियों के मौसम में कौवों की मृत्यु दर बढ़ जाती है। इसलिए ये स्वाभाविक मृत्यु के मामले हो सकते हैं। फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है। 2 से 3 दिन में सैंपल की रिपोर्ट आने पर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार ही आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बता दें जिला के कुछ अन्य हिस्सों से भी कौवों के मृत पाए जाने की सूचनाएं मिली हैं। एहतियातन सभी मामलों में वाइल्ड लाइफ प्रोटोकॉल के अनुरूप कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
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