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अनुराग का तंज- कांग्रेस पहले कहती थी वादे और अब दी गारंटी, ना वादे पूरे हुए ना गारंटी पूरी हो रही
Last Updated on February 20, 2023 by sintu kumar
ऊना। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन गगरेट और हरोली मंडल बीजेपी की ओर से आयोजित की गई कार्यसमिति बैठकों में भाग लिया। हरोली मंडल की बैठक ऊना में आयोजित की गई। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जमकर निशाने पर लिया राहुल गांधी द्वारा मनरेगा योजना को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए जाने का पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कम जानकारी होने के शिकार हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी को यह मालूम होना चाहिए कि मनरेगा योजना मांग आधारित योजना है, जिसमें जितनी मांग होगी उतना बजट प्रावधान किया जाता है। खुद यूपीए सरकार के समय मनरेगा में कभी 30 हज़ार करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च नहीं किए जा सके, लेकिन मोदी सरकार के समय कोरोना वायरस आपदा के दौरान वित्त वर्ष 2020-21 में इस योजना पर करीब एक लाख 14 हजार करोड रुपए खर्च किये गए है। जबकि वित्त वर्ष 2021 22 में इस योजना पर 99 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए। इस वर्ष भी इस योजना में 80 से 85 हजार करोड रुपए का बजट प्रावधान किया गया है।
दावा किया- 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी जीत की हैट्रिक बनाएगी
मौजूदा प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पहले जनता से वादे करती थी और उन वादों को कभी पूरा नहीं किया जाता था। इस बार कांग्रेस ने जनता को गारंटी दी है लेकिन पूरा वह भी नहीं किया जा रहा। केंद्रीय मंत्री कहा कि कांग्रेस सत्ता प्राप्ति के लिए जनता के साथ किसी भी प्रकार का झूठा वादा कर सकती है। देश के 5 राज्यों में कांग्रेस ने किसानों का कर्ज माफ करने का वायदा किया लेकिन किसी का कर्ज माफ नहीं हुआ बेरोजगारी भत्ता देने की बात की लेकिन किसी को बेरोजगारी भत्ता तक नहीं दिया गया, हिमाचल प्रदेश में भी अब जो गारंटी कांग्रेस ने दी है कांग्रेस की सरकार पहले 2 महीने में ही उससे मुकरने लगी है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दावा किया कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी जीत की हैट्रिक बनाएगी और पीएम नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश की बागडोर संभालेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश के करोड़ों परिवारों को राहत देने का काम किया है जिसमें उज्ज्वला योजना से लेकर किसान सम्मान निधि तक कई ऐसी समावेशी योजनाएं शामिल हैं जिनके जरिए लोगों को सीधे तौर पर लाभ पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था दसवें नंबर पर थी लेकिन आज भारत पांचवें पायदान पर जा पहुंचा है।