- Advertisement -
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda)की होम स्टेट में बीते चार उपचुनाव में चारों खाने चित हुई भगवां पार्टी अब कोई जोखिम विधानसभा चुनाव में नहीं उठाना चाहती है। इसके लिए पार्टी ने अपने सभी विधायकों (BJP MLAs in Himachal Pradesh) से पूछा है कि बताओं चार साल में किया क्या है। इस सबके चलते पार्टी के 12 के करीब सिटिंग विधायक टिकट (Ticket) कटने को लेकर आशंकित हैं। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में बीजेपी के 43 विधायक हैं। इन सभी मौजूदा विधायकों के कामकाज पर केंद्रीय नेतृत्व की पैनी नजर है। विधानसभा के चुनाव इसी साल अक्टूबर के बाद होने हैं। हाल में हुए मंडी लोकसभा सीट सहित तीन विधानसभा हलकों अर्की, फतेहपुर और जुब्बल.कोटखाई के उपचुनाव में कई बीजेपी नेताओं का कमजोर प्रदर्शन रहा है। इन्हीं में कुछ मौजूदा और कुछ पूर्व विधायक हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र में तो कई विधायकों सहित कुछ मंत्रियों के कामकाज से केंद्रीय नेतृत्व संतुष्ट नहीं है। आगे भी ऐसी स्थिति ना बने, इसलिए अच्छे प्रदर्शन वाले विधायकों और अन्य नेताओं को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है।
इसी बीच,ज्वालामुखी से बीजेपी विधायक रमेश धवाला (Ramesh Dhawala) ने पिछले दिनों टिकट जल्द तय करने की बात कर हलचल मचा दी है। धवाला ने कहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अगर अभी से टिकट निश्चित किए जाएं तो इसका बीजेपी को लाभ होगा। ये वहीं धवाला है,जिन्हें पार्टी पिछले चार साल से साइडलाइन किए हुए है। यानी इन्हीं के विधानसभा क्षेत्र में इन्हें रोर डिस्टर्ब किया जाता है। धवाला भी इस बात को लेकर आशंकित हैं कि कहीं पार्टी उनकी टिकट ही साफ ना कर दे। इसलिए अगर समय रहते पता चल जाए तो दूसरा विकल्प देख सके। ऐसे ही करीब-करीब 12 विधायक हैं जो अपने टिकट को लेकर आशंकित हैं। वहीं, इस बाबत पार्टी के प्रदेश मामलों के प्रभारी अविनाश राय खन्ना (Avinash Rai Khanna) का कहना है कि हमने पार्टी विधायकों से पूछा है कि वे बताएं कि पिछले चार साल में उन्होंने क्या.क्या काम किए हैं। उनके रिपोर्ट कार्ड को देखा जाएगा। जहां तक टिकट की बात है तो किसी से बोलने से टिकट तय नहीं किए जाते हैं, ना ही काटे जाते हैं।
- Advertisement -