-
Advertisement
Video: हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के पहले ही दिन हंगामा-नारेबाजी, वॉकआउट
शिमला। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र (Budget Session of Himachal Vidhansabha) की शुरुआत के पहले ही दिन नेता प्रतिपक्ष जयराम (Leader of the Opposition Jairam Thakur) की अगुवाई में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट ( Walkout) कर दिया। इससे पहले सदन में विपक्ष ने हंगामा (Ruckus) करते हुए सदन से नारेबाजी के बीच वॉकआउट कर दिया।
विधायक क्षेत्र विकास निधि का पैसा क्यों रोका गया
सदन की कार्यवाही 11 बजे शुरू हुई, शोकोद्गार के बाद स्पीकर कुलदीप पठानिया ने प्रश्नकाल शुरू करने को कहा तो विपक्ष ने इसे शुरू में ही बाधित किया। बीजेपी विधायकों ने नियम-67 के तहत स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार करने व इसपर चर्चा मांगी। विपक्ष ने कहा कि सारा काम रोककर इस पर चर्चा की जाए कि विधायक क्षेत्र विकास निधि का पैसा क्यों रोका गया है। इससे सदन में दोनों पक्षों में खूब नोकझोंक हुई। इस पर डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री अपनी बात कहने उठे तो उनके वक्तव्य के बीच विपक्ष ने हंगामा किया और सदन में और नारेबाजी की। प्रश्नकाल शुरू होने के ऐलान के साथ ही बीजेपी विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि विधायक क्षेत्र विकास निधि की अंतिम किस्त से हमें वंचित कर दिया गया है। विवेकाधीन अनुदान भी रोका गया है।
परमार ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधियों को जो निधि मिलती है, उसके लिए नोटिस दिए गए हैं। पूर्व सीएम जयराम ठाकुर के कार्यकाल में विधायक क्षेत्र विकास निधि को दो करोड़ रुपये किया गया है। मार्च आ गया है अभी तक तीसरी किस्त नहीं दी गई है। नियम-67 के तहत नौ विधायकों ने यह प्रस्ताव दिया। विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि विधायक निधि बंद कर अपनी चुनावी गारंटी पूरा करना चाहते हैं। विधायक निधि बंद होने से विकास कार्य ठप्प हो गए हैं। सरकार के अपने ही विधायक पत्र लिख कर नाराजगी जता रहे है। सीएम सुक्खू ने जवाब दिया कि यह सब व्यवस्था परिवर्तन के तहत हो रहा है। सीएम के जवाब से विपक्ष के नेता संतुष्ट नहीं हुए और नारेबाजी करते सदन से वाकआउट किया।
ये भी पढ़ेः कांग्रेस एमएलए रवि ठाकुर का यूं सीएम सुक्खू की आल्टो कार में आना-देखें वीडियो
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए join करें हिमाचल अभी अभी का Whats App Group