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कर्मचारी ओपीएस को लेकर ना आए किसी के बहकावे में
Last Updated on November 10, 2022 by sintu kumar
शिमला। सीएम जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Election) के लिए शनिवार को होने वाले मतदान (Voting) से पहले आखिरी दांव खेलते हुए कहा है कि (Employees) कर्मचारी ओपीएस को लेकर किसी के बहकावे में ना आए। ओपीएस (OPS) को लेकर एक कमेटी बनाई गई है,अगर इस दिशा में कोई कुछ कर सकता है तो वह देशभर में बीजेपी की सरकार ही है। उन्होंने पत्रकार सम्मेलन में कहा है कि ओपीएस को लेकर चुनावों के समय कांग्रेस (Congress) जो घोषणाएं कर रही हैं वह पूरी होने वाली नहीं हैं। कांग्रेस के समय में ही इसे बंद किया गया। राजस्थान के सीएम (CM of Rajasthan) ओपीएस की बात कर रहें हैं लेकिन एक साल होने के बाद भी इसे लागू नहीं कर पाये हैं। राजस्थान के सीएम ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से स्वयं कहा है कि यह केंद्र की मदद के बिना नहीं हो सकता। हिमाचल में ओपीएस को लेकर कमेटी बनाई गई है, उस पर काम हुआ हैं कर्मचारियों को किसी बहकावे में नहीं आना चाहिए, इस दिशा में बीजेपी सरकार (BJP Government) ही देश में कुछ कर सकती हैं। ये बात उन्होंने उस वक्त कही है जब प्रदेश विधानसभा के लिए होने जा रहे चुनाव में ओपीएस ही सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
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सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश में पांच साल में विकास किया हैं जिसके बाद देश के अन्य राज्यों की तरह हिमाचल में भी इस बार रिवाज़ बदलने जा रहा हैं। सीएम ने कहा कि बीजेपी रिवाज़ बदलने के नारे के साथ जनता के बीच गई जबकि कांग्रेस पुरानी परम्परा के अनुसार अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यूपी,उत्तराखंड जैसे अन्य राज्यों में भी रिवाज़ बदला हैं, कांग्रेस इससे विचलित हैं। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के मन में हिमाचल के विकास के लिये कई प्रोजेक्ट्स हैं, यह डबल इंजन की सरकार में ही सम्भव हो सकते हैं। बीजेपी का संकल्प पत्र प्रदेश को आगे ले जाने वाला है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अभूतपूर्व कार्य इसमें शामिल हैं। स्कूल की बच्चियों को साइकिल व कॉलेज की लड़कियो को स्कूटी की घोषणा, शगुन योजना को 51 हजार करना, गर्भवती महिलाओं को 25 हजार दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीते पांच साल में पहले की सरकारों की तुलना में कहीं अधिक विकास हुआ। पांच हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण पांच सालों में हुआ। यह आंकड़ा अभूतपूर्व हैं। पहले इतना सड़क निर्माण कभी नहीं हुआ।