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शाहपुर दौरा बीच में छोड़ भटियात पहुंचे सीएम जयराम, टेंट में रह रहे लोगों का जाना हाल
Last Updated on August 29, 2022 by Vishal Rana
शाहपुर। कांगड़ा जिला के शाहपुर दौरे पर आए सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) अचानक दौरे को बीच में छोड़ कर चंबा (Chamba) जिला की राह पकड़ ली। इस दौरान सीएम जयराम चंबा जिला के भटियात उपमंडल के ककरोट पहुंचे। यहां हो रही भारी बारिश (Heavy Rain) के बीच सीएम जयराम ने ककरोटीघट्टा में टेंट में रह रहे 37 परिवारों (People Living in Tents) का हाला जाना। इन लोगों के घर भारी बारिश के चलते भूस्खलन की चपेट में आ गए थे। जिसके चलते अब यह लोग टेंट में रहने को मजबूर हैं।
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इस दौरान टेंट में रह रहे प्रभावितों ने सीएम जयराम व विधायक बिक्रम सिंह जरयाल (MLA Bikram Singh Jaryal) को अपनी समस्या बताईं। सीएम ने प्रभावितों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। सीएम जयराम को अपनी आपबीती बताते हुए कई लोग भावुक हो गए। सीएम जयराम ने इन लोगों को आश्वासन देते हुए कह हिमाचल में भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए केंद्र से दो टीमें यहां पहुंच चुकी हैं। यह टीमें नुकसान का जायजा ले रही हैं। वहीं आज सुबह ही उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से भी बात हुई है। गृह मंत्री ने हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। सीएम ने कहा कि अभी भी बरसात का मौसम जारी हैए ऐसे में सभी को एहतियात बरतने की जरूरत है।
12 दिनों से 20 परिवार टेंटों और स्कूलों में गुजार रहे रातें
बता दें कि चंबा जिला के सिहुंता क्षेत्र के तहत आती ग्राम पंचायत ककरोटीघट्टा में पिछले दिनों भारी बारिश हुई थी। इस बारिश से बिगड़े हालात अभी तक भी नहीं सुधरे हैं। यहां के करीब 25 परिवार दोपहर के समय ककरोटीघट्टा स्थित मैदान में एकत्रित हो जाते हैं। इस पंचायत में महज पांच परिवारों को छोड़कर अन्य 20 परिवारों को रात गुजारने के लिए विद्यालयए पंचायत भवन और अपने रिश्तेदारों के घरों में जाना पड़ता है। यह सिलसिला पिछले 12 दिनों से चला हुआ है। बता दें कि भारी बारिश के चलते गांव के तरटी खोपरु नामक स्थान पर स्थित पहाड़ी से लगातार भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। इतना ही नहीं बारिश के दौरान ग्रामीणों के घरों में भी दरारें आ चुकी हैं। प्रभावितों की सहूलियत के लिए प्रशासन और विधायक की ओर से ग्रामीणों के लिए टेंट और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। प्रभावित प्रशासन से सुरक्षित जगह पर मकान बनाने के लिए जमीन और उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।