-
Advertisement
यहां कांग्रेस हैट्रिक लगाने को तैयार, बीजेपी के लिए अपने बने सिरदर्द
Last Updated on November 7, 2022 by saroj patrwal
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख जैसे- जैसे नजदीक आ रही है, वैसे वैसे चुनाव प्रचार और तेज हो रहा है। राज्य की 68 सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा, जिसके नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे। प्रदेश के दुर्गम जिला किन्नौर की विधानसभा सीट (Kinnaur vidhan sabha Seat) को हिमाचल प्रदेश की प्रमुख सीटों में से एक माना जाता है। इस बार इस सीट पर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाने के लिए टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधायक तेजवंत नेगी मैदान में है। किन्नौर सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। कांग्रेस के प्रत्याशी जगत सिंह नेगी, बीजेपी के सूरत नेगी और निर्दलीय उम्मीदवार तेजवंत नेगी के बीच कौन बाजी मारेगा ये देखना काफी दिलचस्प होगा। किन्नौर विधानसभा सीट पर साल 2017 में कांग्रेस (Congress) के जगत सिंह नेगी ने 20722 वोटों से जीत हासिल की थी।
यह भी पढ़ें- वीरभद्र सिंह के गढ़ में क्या बीजेपी खिला पाएगी इस बार कमल
कांग्रेस ने लहराया जीत का परचम
किन्नौर विधानसभा सीट पर साल 2003 और 2012 में कांग्रेस के जगत सिंह नेगी ने जीत हासिल की थी। जबकि, 2007 में बीजेपी के तेजवंत सिंह नेगी ने किन्नौर विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी। साल 2017 में कांग्रेस के जगत सिंह नेगी ने सिर्फ 120 वोटों से बीजेपी (BJP) के तेजवंत सिंह नेगी को हरा कर जीत हासिल की थी। जगत सिंह नेगी को पिछले चुनाव में 20029 वोट मिले थे और बीजेपी की शशि बाला को 19909 वोट मिले थे। जबकि, तीसरे नंबर पर रहे सीपीएम के जीवन सिंह को 913 वोट और नोटा को 249 वोट मिले थे।
निर्दलीय के तौर पर लड़ेंगे चुनाव
बता दें कि बीजेपी ने इस बार किन्नौर विधानसभा सीट के लिए सूरत नेगी को चुना है। इस बात को लेकर तेजवंत सिंह नेगी ने बीजेपी पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए निर्दलीय मैदान में कूद गए। तेजवंत को मनाने के प्रयास तो बहुत हुए मगर वो नहीं माने और समर्थकों के कहने पर चुनावी अखाड़े में कूद गए। अब तो आने वाला समय ही बताएगा कि यहां से जीत का परचम कौन लहराता है।