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कांग्रेस यंग ब्रिगेड ने किया प्रदर्शन, शिमला की संस्थाओं ने कार्रवाई को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
शिमला। समाजसेवी सर्वजीत सिंह बॉबी के लंगर पर उपजा विवाद पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया लेकर सड़क तक जारी है। जैसे ही आईजीएमसी प्रशासन( IGMC Administration) ने लंगर को अवैध बता कर मैजिस्ट्रेटी जांच( Magisterial inquiry) की मांग की वैसे ही कांग्रेस यंग ब्रिगेड व स्थानीय लोग धरना देने आईजीएमसी के बाहर पहुंच गए।गेट के बाहर कांग्रेस यंग ब्रिगेड( Congress Young Brigade) व स्थानीय लोगों जब कर धरना प्रदर्शन किया और लंगर बहाल ना करने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान कांग्रेस यंग ब्रिगेड के अध्यक्ष विरेन्द्र बांश्टू ने कहा कि पिछले सात साल से गरीब जनता का पेट भर रहे सर्वजीत सिंह बॉबी के लंगर को अवैध बताना गलत है।
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उन्होंने कहा कि लंगर पर राजनीति नही होनी चाहिए। पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह व अन्य राजनीति व अन्य क्षेत्रों से जुड़े कई लोगों ने यहां पर लंगर सेवा दी है। लेकिन 7 साल बाद अब जाकर आईजीएमसी प्रशासन को होश आई है। उन्होंने कहा कि अगर लंगर को बहाल नहीं किया जाता है तो आगामी समय मे प्रदेश की जनता इसके खिलाफ आंदोलन करेगी।
इस मामले को लेकर विपक्ष के बाद शहर की विभिन्न संस्थाएं भी लंगर के समर्थन में आई है। इस मामले में IGMC प्रशासन सहित सरकार चौतरफा घिरती नज़र आ रही है। लंगर विवाद में विपक्ष सहित शिमला की विभिन्न संस्थाएं भी कूद पड़ी है। शिमला की स्नातन धर्म सभा, गंज बाजार, शिमला, सूद सभा, शिमला, वाल्मीकि सभा शिमला, शहर के सभी गुरुद्वारा सिहं सभा व बाबा साहेब अंबेडकर वेलफेयर सभा ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में लंगर पर की गई कार्यवाही को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
इन संस्थाओं के सदस्यों का कहना है कि IGMC प्रशासन द्वारा की गई अनुचित कार्रवाई की वह कड़ी निन्दा करते है।
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उन्होंने हिमाचल प्रदेश सरकार के सीएम ठाकुर जय राम से अनुरोध किया गुरु के लंगर को यथावत ही रहने दिया जाए ताकि दूर दराज से आने वाले मरीजों व उनके तिमारदारों को यहां निशुल्क खाना मिल सके। संस्था के साथ शिमला शहर के सभी लोग जुड़े हुए हैं। महिलाओं ने अपने मोहल्लों में रोटियां बना कर रोटी बैंक के रूप में अपना योगदान देना शुरु किया। स्कूल के बच्चों तक ने रोटी बैंक में अपना योगदान दिया। आज जब वह बीमार है व अपना ईलाज़ करवा रहे है, इस बीच लंगर पर कार्रवाई करना, कई तरह के सवाल उठा रहा है।