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हिमाचलः मां चिंतपूर्णी के दर्शनों के लिए उमड़े भक्त, महाअष्टमी पर पूजा अर्चना कर लिया आशीर्वाद
ऊना। विश्व विख्यात धार्मिक स्थल मां चिंतपूर्णी के दरबार में शारदीय नवरात्रों की महाअष्टमी की धूम रही। इस मौके पर माता का विशेष पूजन अर्चन किया गया वहीं हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित अन्य राज्यों से भी हजारों श्रद्धालुओं ने मां के दरबार पहुंचकर पावन पिंडी के दर्शन किए। गौरतलब है कि शारदीय नवरात्रों का शुभारंभ 7 अक्तूबर से हुआ था। प्रतिबंधों के साए में आयोजित किए गए नवरात्र मेले के दौरान श्रद्धालुओं को केवल मात्र मां की पावन पिंडी के दर्शन करने की ही अनुमति थी। इतना ही नहीं श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के कपाट केवल मात्र रात 11:00 बजे से लेकर 12:00 बजे तक ही 1 घंटे के लिए बंद करने का फैसला भी लिया गया था। जबकि चौथे नवरात्र के बाद जिला प्रशासन और मंदिर न्यास द्वारा बड़ा बदलाव करते हुए श्रद्धालुओं को कुछ नियमों के साथ हवन यज्ञ करने की भी छूट प्रदान की गई। इसी सब के बीच बुधवार को महाअष्टमी के मौके पर श्रद्धालुओं ने मां का पूजन- अर्चन किया।
इस दौरान मंदिर के पुजारी संदीप कालिया ने बताया कि महा अष्टमी के दिन ही माता भगवती का प्रादुर्भाव हुआ था। इतना ही नहीं इसी दिन भगवान श्रीराम ने सागर तट पर लंका विजय प्राप्त करने के लिए माता भगवती का पूजन किया था। जिससे प्रसन्न होकर माता भगवती ने भगवान राम को विजय श्री का आशीर्वाद दिया और विजयदशमी के मौके पर प्रभु श्री राम ने रावण का वध कर लंका पर विजय पाई थी। उन्होंने बताया कि इसी समय से शारदीय नवरात्रों का प्रचलन शुरू हुआ था। उन्होंने बताया कि हिंदू जीवन पद्धति में शारदीय नवरात्रों का विशेष महत्व माना जाता। उन्होंने कहा कि महिला शक्ति को समाज में उच्च स्थान प्रदान करने में नवरात्रों की विशेष महत्ता रही है। उन्होंने मां चिंतपूर्णी से प्रार्थना की कि जल्द ही समूचे विश्व को कोविड-19 नाम की इस महामारी से निजात दिलाएं। उन्होंने कहा कि मानव जाति पर कोरोनावायरस नाम का जो खतरा मंडरा रहा है मां भगवती अपने तेज से उसे जल्द समाप्त करें।