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अक्सर हम ये सुनते हैं कि फूड प्वाइजनिंग (Food Poisoning) होने के कारण कई लोग बीमार पड़ गए या फिर उनकी मौत हो गई, लेकिन क्या आप जानते हैं कि फूड प्वाइजनिंग होती कैसे है। दरअसल, देर तक खाना रख देने से खाना विषैला हो जाता है, जो कि जानलेवा साबित होता है। आज हम आपको बताएंगे फूड प्वाइजनिंग से कैसे बचा जा सकता है।
बता दें कि फूड प्वाइजनिंग का मतलब सिर्फ विषाक्त भोजन ही नहीं है। कई बार खाने में ऐसे कई तत्व जमा हो जाते हैं, जिसकी वजह से जब वे शरीर के अंदर पहुंचता है तो शरीर को नुकसान कर जाता है। ऐसे में हमें ज्यादा देर तक रखा हुआ खाना नहीं खाना चाहिए। कई बार गंदा पानी पीने या किसी चीज को बिना पकाए खाने से भी हम फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो जाते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि खाने में उपजे विषाणु शरीर में जाकर रिएक्शन के जरिए जहरीला स्वरूप धारण कर सकते हैं। वहीं, अगर खाने में किसी तरह के धातु हैं, जैसे जस्ता, सीसा या तांबा तो भी फूड प्वाइजनिंग की आशंका बनी रहती है।
फूड प्वाइजनिंग के लक्षणों में खाना खाने के बाद चक्कर आना, सिर दर्द, उल्टी, दस्त, धुंधला दिखाई देना, गला सूखना, कोई चीज निगलने में परेशान होना और थकान जैसे लक्षण शामिल हैं।
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