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आपदा की घड़ी में भी तुच्छ राजनीति दिखा रहे कुछ कांग्रेसी नेता, Virbhadra से लें सीख
Last Updated on April 1, 2020 by Sintu Kumar
शिमला। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल (Dr. Rajeev Bindal) ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष व कुछ अन्य नेताओं के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस आपदा की घड़ी में भी इन नेताओं को तुच्छ राजनीति ही दिखाई दे रही है। इन्हें यह मालूम नहीं हो रहा है कि देश रहेगा तो कांग्रेस, बीजीपी, हम और आप रहेंगे। यदि देश नहीं रहेगा तो कुलदीप राठौर, मुकेश अग्निहोत्री, राजेन्द्र राणा और राजीव बिंदल ये कोई नहीं रहेंगे। कांग्रेस के इन नेताओं को अपने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह (Virbhadra Singh) से कुछ सीख लेनी चाहिए जिन्होंने सीएम के प्रयासों की सराहना भी की व राहत कोष में दान भी दिया।
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देश का इतिहास स्मरण कराते हुए डा. बिंदल ने कहा कि भारत पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पीएम लाल बहादुर शास्त्री के आह्वान पर देश के लोगों ने भोजन छोड़ दिया था। माताओं-बहनों ने अपने गहने प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दिए थे। 1971 के युद्ध में इंदिरा गांधी तत्कालिक पीएम को देश के महान नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने रण चंडी का अवतार कह कर देश का आह्वान किया था कि हमें इंदिरा गांधी को फॉलो करना है। उन दोनों समय में देश बार्डर पर लड़ रहा था, पूरा देश चट्टान की तरह उन नेताओं के साथ खड़ा था, जो देश का नेतृत्व कर रहे थे।
आज देश के 130 करोड़ भाई-बहनों के जीवन के अस्तित्व का प्रश्न खड़ा है। देश के घर-घर में युद्ध हो रहा है। देश का प्रत्येक व्यक्ति कोरोना वायरस से लड़ रहा है। पीएम नरेन्द्र मोदी देश का नेतृत्व कर रहे हैं और जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) का। दुनिया भर के देशों में मोदी के कार्यों को सराहा जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत की कोरोना से लड़ने की तैयारी को सराहा है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी के चंद नेता उन पर छींटाकशी करके अपनी नासमझी व संकीर्णता के अलावा कुछ नहीं दर्शा रहे हैं। देश जहां बड़े संकट से जूझ रहा है वहीं केन्द्र व प्रदेश की सरकार गरीबों के कल्याण के लिए सारा खजाना खोले हुए खड़ी है, अरबों रुपये के पैकेज देकर उनके जीवन की रक्षा में लगी है। सभी प्रयासों में सभी सामाजिक राजनीतिक लोगों को हाथ बंटाना होगा। यह देश की प्रदेश की आवश्यकता हैं, हमें कोरोना से लड़ने के बाद आर्थिक मोर्चे पर व गरीबों के सेवा के मोर्चें पर बड़ी लड़ाई लड़नी होगी।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली के एक इलाके में 3000 लोगों ने इकट्ठा होकर दुनिया के अनेक देशों व भारत के 18 प्रांतों के लोगों के निजामुदीन औलिया में कोरोना की चिंता किए बिना करोड़ों लोगों के जीवन को खतरे में डाला है, ऐसी घटनाएं देश को बर्बाद करके रख देंगी। इन घटनाओं की निंदा होनी चाहिए। बिंदल ने आह्वान किया कि आओ सब मिलकर देश, प्रदेश हित में इस महामारी से लड़ें।