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डॉ. राजेश बोले, धर्मशाला में सीयू के निर्माण को लेकर कांग्रेस शुरू करेगी जन आंदोलन
Last Updated on August 27, 2021 by Deepak
धर्मशाला। प्रदेश सरकार ने विकास के नाम पर जिला कांगड़ा की अनदेखी कर धर्मशाला के लागों से धोखा किया है। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता एवं आल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा (Dr Rajesh Sharma) ने लगाते हुए कहा कि धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम बन सकता है, सचिवालय व बहुमंजिला पांच सितारा होटल बन सकते हैं तो केंद्रीय विश्वविद्यालय (CU) का निर्माण क्यों नहीं हो सकता। गौरतलब है कि धर्मशाला में इंद्रुनाग के बाद अब जदरांगल में भी हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के भवनों का निर्माण नहीं होगा। इस जमीन की वस्तुस्थिति को जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट ने भवन निर्माण से पूरी तरह से नकार दिया है। यह खबर बाहर आने के बाद धर्मशाला के लोग गुस्से और भारी रोष में हैं।
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डॉ. राजेश शर्मा ने इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय को धर्मशाला से छिनने की साजिश करार दिया है। डॉ. राजेश शर्मा ने धर्मशाला में पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार ने कांगड़ा जिला और धर्मशाला के लोगों से धोखा किया है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला बीजेपी (BJP) के नेताओं में इच्छा शक्ति की कमी है और इसी के चलते यह प्रोजेक्ट धर्मशाला के हाथों से फिसलता जा रहा है। डॉ. राजेश शर्मा ने प्रदेश बीजेपी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सत्ता सुख के आगे उन्होंने घुटने टेक दिए हैं, लेकिन धर्मशाला की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने केंद्र और प्रदेश बीजेपी सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी कारगुजारी के खिलाफ सितंबर माह में कांग्रेस जन आंदोलन करेगी।
गौरतलब है कि स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर आगामी प्रक्रिया के लिए जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया कोलकाता को भेजा गया है। अगर वहां से कोई सकारात्मक जबाव नहीं आता है तो जदरांगल में बनने वाले केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिस्से पर संकट के बादल छा सकते हैं। डॉ. राजेश शर्मा ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार कुछ नेताओं के दबाव में आकर धर्मशाला से केंद्रीय विश्वविद्यालय छीन कर पूरी तरह देहरा स्थानांतरित करने की फिराक में है। उन्होंने कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्वीकृत धर्मशाला के लिए हुई थी जबकि मौजूदा केंद्र सरकार में हालात यह बन गए हैं कि मात्र 30 प्रतिशत हिस्सा ही धर्मशाला में रह गया और 70 प्रतिशत हिस्सा देहरा स्थानांतरित किया जाना है।
डॉ. राजेश शर्मा ने केंद्र और प्रदेश भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि अब वह धर्मशाला से केंद्रीय विश्वविद्यालय का 30 प्रतिशत हिस्सा भी छीनने की तैयारी में है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि धर्मशाला में क्रिकेट स्टेडियम बन सकता है, मिनी सचिवालय बन सकता है, बहुमंजिला होटल बन सकते हैं लेकिन बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय नहीं बन सकता। इस पूरे मामले को केंद्र और प्रदेश सरकार की नालायकी करार दिया है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश बीजेपी सरकार को चेतावनी दी है कि केंद्रीय विश्वविद्यालय में राजनीति करना बंद कर दें, अन्यथा कांग्रेस पार्टी जनता के हकों के लिए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएगी और जन आंदोलन करेगी। उन्होंने कहा कि जापान जैसा देश जहां हमारे देश से कहीं ज्यादा भुकंप आते हैं, वहां क्या निर्माण के सारे काम रोक दिए गए हैं। आज विश्व में निर्माण की नई-नई तकनीक ईजाद हो चुकी हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार से आग्रह है कि बिना किसी विलंब के धर्मशाला के धौलाधार कैंपस के निर्माण को शुरू किया जाए।
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