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India-China सीमा विवाद : लद्दाख से सेनाएं पीछे हटाने का मुद्दा बहुत पेचीदा : विदेश मंत्री एस जयशंकर
नई दिल्ली। भारत और चीन (India-China) के बीच लद्दाख (Ladakh) में लगातार गतिरोध बना हुआ है। बीते वर्ष गलवान घाटी (Galvan Valley) में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के बाद से मामले ने गंभीर रूप ले लिया है। एलएसी (LAC) से सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर दोनों सेनाओं के कमांडर (Commander Talk) स्तर पर नौ राउंड की बात भी हो चुकी है, लेकिन मामला जस का तस है। उधर, आए दिन अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) से भी खबर आती रहती है कि चीन वहां भी लगातार घुसपैठ कर रहा है। अब विदेश मंत्री एस जयशंकर (Foreign Minister S Jaishanka) ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सैनिकों (Soldiers) को पीछे हटाने का मुद्दा पेचीदा है।
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दरअसल भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में भारत-चीन के बीच सीमा को लेकर चल रहे तनाव पर चर्चा कर रहे थे। इस चर्चा में एस जयशंकर ने कहा कि अभी तक चीन के साथ जो बातचीत हुई, उसका जमीनी स्तर पर असर नहीं दिख रहा। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने कहा कि मामले के समाधान के लिए भारत-चीन के बीच सेना के कमांडर स्तर पर अभी तक नौ राउंड की बातचीत भी हो चुकी है। विदेश मंत्री ने कहा कि हालांकि कुछ प्रगति हुई है, लेकिन इसे समाधान के नजरिए से नहीं देखे सकते।
विजयवाड़ा में भारत-चीन के बीच चल रहे गतिरोध पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में गतिरोध समाप्त करने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की सैन्य वार्ताएं हुई हैं। इसके साथ ही राजनयिक स्तर पर भी कई वार्ताएं की जा चुकी हैं। हालांकि अभी तक इनसे कोई हल नहीं निकला है। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने कहा कि आगे भी इस तरह की वार्ताएं जारी रहेंगी। उन्होंने इस बात को माना कि पूर्वी लद्दाख से सैनिकों के पीछे हटने का मुद्दा पेचीदा है। उन्होंने कहा कि यह सेनाओं पर निर्भर करता है।