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एक टीचर के सहारे चल रहा गढ़गांव स्कूल, बच्चों का भविष्य अंधेरे में
Last Updated on December 8, 2023 by sintu kumar
वी.कुमार/ मंडी जिला के द्रंग (Drang) शिक्षा खंड-दो के तहत आने वाले दुर्गम क्षेत्र गढ़गांव का प्राइमरी स्कूल (Primary School Garhgaon) बीते कई वर्षों से एक ही टीचर के सहारे चल रहा है। स्कूल में कक्षा एक से पांचवी तक पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 20 है लेकिन इन सभी बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र एक ही टीचर उपलब्ध है। यह टीचर (Teacher) स्कूल के बाकी कार्यों को भी निपटाता है और बच्चों को भी पढ़ाता है। इसके अलावा अन्य कार्यों में डयूटी लगने पर वहां भी जाता है। इन सभी बातों के कारण बच्चों की पढ़ाई पर विपरित प्रभाव पड़ रहा है।
शिक्षा में पिछड़ते जा रहे बच्चे
अभिभावक संतोष कुमार, श्याम सिंह और शिबू राम ने बताया कि उन्होंने कई बार सरकार (Govt.) तक अपनी इस बात को पहुंचाया लेकिन कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दो वर्ष कोरोना काल के कारण बच्चों की पढ़ाई पर विपरित प्रभाव पड़ा और अब शिक्षकों की कमी के कारण बच्चे शिक्षा (Education) में पिछड़ते जा रहे हैं। जो इकलौता शिक्षक है वो अन्य कार्यों में भी व्यस्त रहते हैं जिस कारण बच्चों को पढ़ाने का उचित समय नहीं मिल पा रहा है। इन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर इसी सत्र में शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई तो फिर अभिभावक शिक्षा उपनिदेशक के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे।
रिक्त पद भरने की प्रक्रिया जारी
वहीं, जब इस बारे में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक अमरनाथ राणा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बहुत से स्कूलों में शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। इस विषय में समय-समय पर निदेशालय को अवगत करवा दिया जाता है। पद भरने की प्रक्रिया जारी है।
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