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Exclusive: हिमाचल कांग्रेस में बदलाव को लेकर दिल्ली डटे नेता, ये रहा हाईकमान का फार्मूला, देखें वीडियो
Last Updated on December 1, 2021 by admin
रवि शर्मा/ नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से एक साल पहले हिमाचल में टॉप पोस्ट पर बदलाव (Change) को लेकर इस वक्त हिमाचल कांग्रेस के नेता दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। लेकिन पार्टी हाईकमान (Congress High Command) इससे इतर फार्मूले पर काम कर रही है। यहां ये बताना जरूरी है कि इसी दौरान देशभर के 11 राज्यों में पार्टी हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बदले हैं, इनमें पंजाब को छोड़ दे तो कहीं भी किसी राज्य में बदलाव को लेकर किसी तरह का कोई शोर सुनाई नहीं पड़ा। पार्टी हाईकमान हिमाचल में भी ऐसा ही चाहती है कि चुनाव (Election) से पहले किसी तरह का शोर ना पडे़, इसलिए उसी फार्मूले के तहत काम होगा,जैसा कि दूसरे राज्यों में बदलाव से पहले किया गया। इसके लिए पार्टी हाईकमान पहले सभी विधायकों,पूर्व विधायकों व वरिष्ठ नेताओं (Senior Leaders) से एक-एक कर मिलेगी,उनकी राय जानने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेगी। हालांकि,दो दिन पहले दिल्ली पहुंचे हिमाचल के कांग्रेसी नेताओं को लग रहा है कि वह पार्टी हाईकमान पर बदलाव के लिए दबाव बनाने में सफल होंगे। इसके लिए तमाम तरह की गोटियां फिट की जा रही हैं।
अंदर की खबर यही है कि पार्टी पंजाब से सबक लेते हुए हिमाचल (Himachal) में ऐसा कुछ भी नहीं करना चाहती की चुनाव में किसी तरह का नुकसान उठाना पड़े। इसलिए प्रदेश के नेताओं के दिल्ली (Delhi) में जमघट के दबाव के बजाए एक-एक कर मिलने का क्रम शुरू होगा। लेकिन इसके लिए भी अभी पार्टी ने इशारा नहीं किया है। अति पुख्ता जानकारी के मुताबिक इस बाबत इसी फार्मूले पर काम शुरू होगा। कांग्रेस हाईकमान को लगता है कि हिमाचल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) की होम स्टेट है,इसलिए वहीं कोई भी निर्णय सोच-समझ कर ही लेना होगा। यानी फिलवक्त पार्टी दिल्ली के जमघट को ना मानकर आने वाले दिनों में एक-एक से वन-टू-वन (One-to-One) रूबरू होने के बाद ही बदलाव पर निर्णय लेगी। यहां ये भी बताना जरूरी है कि ये सभी कांग्रेसी ये ही कहते फिर रहे हैं कि वह तो मंडी से निवार्चित सांसद के शपथ ग्रहण के लिए यहां आए थे। लेकिन याद रहे कि शपथ ग्रहण के दौरान संसद में पारिवारिक सदस्यों को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई। इसलिए ये पक्का है कि ये सभी बदलाव के लिए यहां जुटे हुए हैं। खैर देखते रहिए पार्टी हाईकमान किस तरह अपना काम करती है।