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मिर्ची (Chili) के बिना अब हर भारतीय रसोई (Indian Kitchen) अधूरी है। क्या आपको पता है कि भारतीय बाजारों ( Indian Markets) में मिर्चीं कब और कहां से पहुंची। नहीं पता। आइए बताते हैं आपको। भारत में मिर्च 1498 में वाक्सो डी गामा (Vaxo da Gama) अमेरिका से लाया था। ये तो आप जान गए कि सबसे पहले मिर्च का इस्तेमाल अमेरिका (America) में होने लगा था। सबसे पहले वाक्सो डी गामा ने मिर्च का स्वाद गोवा (Goa) को चखाया। इसके बाद पूरा देश मिर्च को जानने लगा। अब मिर्च के उत्पादन के मामले में भारत पहले स्थान पर है। अब भारत (Bharat) में मिर्च की खपत काफी ज्यादा है, लेकिन उत्पादन उससे भी ज्यादा है।
एपिक चैनल (Epic Channel) की एक डॉक्यूमेंट्री में दिखाए गए तथ्यों के अनुसार कई इतिहासकारों (Historians) का मानना है कि सेंट्रल और साउथ अमेरिका के लोग 7000 बीसी से मिर्च का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अलावा 6000 साल पहले मैक्सिको (Mexico) में मिर्च की खेती करना शुरू कर दिया गया था। यानी 6000 पहले ही लोग मिर्च खा रहे हैं और इसकी खेती कर रहे हैं। दुनियाभर में कई तरह की मिर्च उगाई जा रही है और माना जाता है कि करीब चार सौ तरह की मिर्च दुनियाभर में पाई जाती हैए जो बताता है कि इसकी वैरायटी भी काफी ज्यादा है।
अब आप सोच रहे होंगे कि फिर इससे पहले भारत में क्या मिर्च नहीं खाई जाती थी। इसका जवाब ये है कि पहले भारत में काली मिर्च (Black Pepper) का इस्तेमाल होता था। इसके बाद जब लाल मिर्च भारत आई तो यह उगाने में भी आसान थी और इसका टेस्ट भी लोगों को पसंद आने लगा, जिससे इसे काफी पसंद किया गया। इसके बाद लाल मिर्च ने काली मिर्च को रास्ते से हटा दिया और यह फेमस हो गई। कहानी ये भी है कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में मिर्च श्रीलंका (Srilanka )से आई थीए क्योंकि यहां इसे लंका भी कहा जाता है। इसलिए इसका अंदाजा लगाया जाता है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी की भले ही भारत में अमेरिका से मिर्च आई, लेकिन भारत ने इस मिर्च पर काम किया। अब भारत मिर्च पैदावार के मामले में काफी आगे और काफी बड़ा निर्यातक है। भारत के बाद चीन (China), पेरू, थाईलैंड, पाकिस्तान मिर्च का उत्पादन करते हैं। अब भारत की ओर से अमेरिका, नेपाल (Nepal), यूके, श्रीलंका और बांग्लादेश में मिर्च भेजी जा रही है। भारत में हर साल 13 लाख मैट्रिक टन का उत्पादन होता है।
साल 1912 में अमेरिका के डब्ल्यू एल स्कॉविल ने एक तरीका निकाला, जिससे यह मापा जा सकता है कि आखिर मिर्च कितनी तीखी है। उन्होंने शुगर (Sugar) के जरिए मिर्ची के तीखेपन को मापने का तरीका निकाला था और एक यूनिक तैयार की थी। इसे बाद में और डवलप किया गया और इसे एसएचओ यूनिट कहा जाता है। यह सबसे तीखी मिर्च का पता करने के लिए बनाया गया था। इससे ही पता चलता है मिर्च कितनी तीखी हैं।
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