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First Hand: क्वारंटाइन केंद्रों से मुंह मोड़ने वालों के लिए Payment Basis पर ठहरने को हरी झंडी
Last Updated on May 11, 2020 by saroj patrwal
शिमला। कोविड-19 संकट के बीच इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन (Institutional Quarantine) से मुंह मोड़ने वालों के लिए जयराम सरकार ने भुगतान के आधार पर बेहतरीन सुविधा की व्यवस्था करने की अनुमति दे दी है। सीएम जयराम ठाकुर (Chief Minister Jai Ram Thakur) ने कहा है कि जो लोग क्वारंटाइन केंद्रों में बेहतरीन सुविधाएं चाह रहे हैं,उनके लिए भगुतान के आधार (Payment Basis) पर व्यवस्था करने को कहा गया है। ये बात आज उन्होंने प्रदेशभर के डीसी व एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के दौरान कही। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के 68 हजार लोगों ने राज्य में प्रवेश के लिए ई-पास के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा कि चूंकि इनमें से बड़ी संख्या में लोग रेड जोन से आते हैं, इसलिए क्वारंटाइन केंद्रों की व्यवस्था उसी अनुरूप करनी होगी। उन्होंने डीसी को निर्देश दिया कि वे अपने.अपने जिलों में इस तरह की सुविधाओं की पर्याप्त संख्या की पहचान करें।
मंडी जिले के 20 होटल बनेंगे क्वारंटीन सेंटर
जयराम ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसे केंद्र भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से दूर होने चाहिए व इनके साथ वॉश रूम (Wash Rooms) की सुविधा जरूर हो। सीएम ने इसी बात को जोड़ते हुए कहा कि क्वारंटाइन केंद्रों को इस तरह बनाया जाना चाहिए कि बेहतर सुविधाओं के एवज में भुगतान करने के इच्छुक लोगों को भुगतान के आधार पर सुविधा प्रदान की जाए। यानी इसके बाद क्वारंटाइन किए गए लोग अब होटल में भी रह पाएंगे। मंडी जिले के 20 होटल और सोलन जिले के कंडाघाट व चायल में प्रशासन ने तीन निजी होटलों को कोरोना क्वारंटाइन सेंटर में बदलने का निर्णय लिया है। इन होटल में रहने वालों को निजी तौर पर भुगतान करना होगा। इन कमरों का एक दिन का किराया 500 से एक हजार रुपये के बीच तय किया गया है। किराया देकर कोई भी व्यक्ति जिसे क्वारंटाइन किया गया हो रह सकेगा।