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Himachal BJP अध्यक्ष की फेहरिस्त में Jairam Thakur का नाम सरकाया,नजरें नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर
Jairam Thakur : हिमाचल में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के लिए इस वक्त जबरदस्त लॉबिंग चल रही है। हालांकि,बीजेपी में सब हाईकमान तय करता है,किसके नाम की पर्ची भेजी जानी है,फिर भी अध्यक्ष बनने के तलबगार गोटियां बिठाने में जुटे रहते हैं। इसी फेहरिस्त में अभी तक जो नाम चल रहे थे,उसमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का नाम भी शामिल हो गया है। अध्यक्ष पद के लिए पहले से ही छह से आठ दावेदार माने जा रहे थे,अब जयराम ठाकुर के नाम को भी आगे सरकाने की नई राजनीति होने लगी है। ये करतूत उन नेताओं की है जो जयराम ठाकुर की जगह नेता प्रतिपक्ष का पद पाना चाह रहे हैं।
जयराम बतौर नेता प्रतिपक्ष बेहतरीन साबित हुए
अभी तक प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में सत्तपाल सत्ती और वर्तमान अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल के अलावा विपिन सिंह परमार का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। ये तीनों सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे थे। अगर इन पर सहमति नहीं बनती है तो पार्टी रणधीर शर्मा और पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर के नाम पर भी सहमति बनाने की कोशिश कर सकती है, ऐसा माना जा रहा था। इन वरिष्ठ नेताओं के अलावा पार्टी इंदू गोस्वामी, त्रिलोक जम्वाल और फिर डॉ सिकंदर के साथ-साथ डाॅ राजीव भारद्वाज को भी अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपने पर विचार कर रही थी। लेकिन अब जयराम ठाकुर का नाम भी सरकार दिया गया है। ये उन नेताओं की शरारत हैं जो स्वयं नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी हथियाना चाह रहे हैं। खैर ऐसा कहीं दिखता नहीं हैं,कि पार्टी इस पर विचार करे। चूंकि जयराम ठाकुर बतौर नेता प्रतिपक्ष सबको साथ लेकर बेहतर तरीके से विपक्ष के नेता की भूमिका निभाते आ रहे हैं।
सत्ती का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा
अगर बात दूसरी तरफ करें तो प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सत्तपाल सत्ती का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। सत्ती 9 साल तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में वह ऊना से विधायक भी हैं। तेज तर्रार नेता सत्ती 2 बार चुनाव में निर्वाचित होकर अध्यक्ष बने थे जबकि तीसरी पार उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। मौजूदा अध्यक्ष एवं 5 बार विधायक रह चुके डॉ राजीव बिंदल को भी पार्टी फिर से कमान सौंप सकती है। डॉ बिंदल जनवरी 2020 में पार्टी के अध्यक्ष चुने गए। मगर कोरोना काल में भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से उन्होंने पांच महीने के भीतर ही पद से इस्तीफा दिया। दिसंबर 2022 में वह विधानसभा चुनाव हार गए। इसके बाद पार्टी में अप्रैल 2023 में डॉ राजीव बिंदल को फिर से अध्यक्ष पद की कमान सौंपी।
डॉ राजीव भारद्वाज भी चर्चा में
प्रदेश की सत्ता की चाबी तय करने वाले सबसे बड़े कांगड़ा जिला से संबंध रखने वाले सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार को भी अध्यक्ष का मजबूत चेहरा माना जा रहा है। परमार संगठन में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। पूर्व सरकार में वह स्वास्थ्य मंत्री के अलावा विधानसभा अध्यक्ष का दायित्व भी संभाल चुके हैं। इन तीनों के अलावा पूर्व उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर जेपी नड्डा के करीबी त्रिलोक जम्वालए राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी और राज्यसभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार का नाम पर खूब चर्चा में है। बिक्रम ठाकुर और इंदू गोस्वामी दोनों कांगड़ा जिला से संबंध रखते हैं। बिक्रम काफी तेज तर्रार नेता माने जाते हैं वहीं इंदू गोस्वामी को पीएम नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है। इसलिए उन्हें भी दावेदार माना जा रहा है। मिशन 2027 को देखते हुए बीजेपी दलित वोट साधने के लिए राज्यसभा सांसद डॉ सिकंदर कुमार पर भी दांव खेल सकती हैं। हालांकि,बीच में सांसद डॉ राजीव भारद्वाज का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए चल निकला है। अब देखना होगा किसके नाम की पर्ची खुलती है।
-राहुल कुमार