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रविंद्र चौधरी/ जवाली। कांगड़ा (Kangra) जिला की जवाली नगर पंचायत (Jawali Nagar Panchayat) में बिजली बंद होने से करीब 2 घंटे मोमबत्ती की रोशनी में मतदान हुआ। इससे बुजुर्ग मतदाता जिनकी आंखों की रोशनी कम है, उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, कांग्रेस (Congress) ने लाइट बंद होने के पीछे साजिश की शंका जताई है और उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। बता दें कि नगर पंचायत जवाली में भी आज वोट (Vote) डालें जा रहे हैं, लेकिन अचानक ही बत्ती गुल हो गई। करीब दो घंटे मोमबत्ती की रोशन में चुनाव करवाना पड़ा। इसका वार्ड पार्षद के उम्मीदवारों ने कड़ा विरोध किया और इसे प्रशासन की नाकामी बताते हुए जमकर कोसा। बता दें कि डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति (DC Kangra Rakesh Prajapati) ने मतदान में मोमबत्ती का बिल्कुल प्रयोग नहीं करने की बात की थी, लेकिन प्रशासन द्वारा मतदान केंद्रों में किसी प्रकार की इमरजेंसी लाइट का बंदोबस्त नहीं किया गया है। इसके चलते बिजली बंद होने पर मजबूरन मतदान अधिकारियों को मोमबत्तियां जलाकर मतदान करवाना पड़ा।
उधर, कांग्रेस ने बिजली बंद होने पर साजिश की शंका जताई है। कांग्रेस के मंडल प्रवक्ता सुरिंदर छिंदा व जगपाल सिंह ने जवाली में बिजली व्यवस्था ठप होने प्रशासन की नाकामी बताया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने किसी भी मतदान केंद्र में इमरजेंसी लाइट (Emergency Light) का प्रावधान नहीं किया था, जिससे मतदान अधिकारियों को मोमबत्ती के सहारे मतदान करवाना पड़ा। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत में बीजेपी हार रही है, इसलिए लाइट बंद होने के पीछे साजिश हो सकती है। उन्होंने मांग उठाई कि जवाली में मतदान के दौरान बिजली बंद होने की उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए।
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