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Holi 2024: कैसे हुई होली की शुरुआत? श्रीकृष्ण और राधा से क्या है नाता जानिए
Last Updated on March 14, 2024 by Himachal Abhi Abhi
Holi Festival: हिंदू धर्म में होली के त्योहार (Holi Festival) का बड़ा महत्व है, रंगो के इस त्यौहार को पूरे देशभर में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। होली से ठीक एक दिन पहले होलिका दहन भी किया जाता है। इस साल होली का त्योहार 25 मार्च को आ रहा है और होलिका (Holika) दहन 24 को किया जाएगा। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन पूर्णिमा की तिथि पर प्रदोष काल में होलिका दहन किया जाता है फिर इसके अगले दिन यानी चैत्र कृष्ण प्रतिपदा तिथि पर रंगों से होली खेली जाती है। होली के त्योहार को अक्सर श्री कृष्ण और राधा रानी (Shri Krishna And Radha Rani) के प्रेम की कथाओं के साथ काफी जोड़ा जाता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार रंग वाली होली की शुरुआत भी राधा कृष्ण द्वारा ही शुरू हुई थीं।
आइए जानते हैं वो पौराणिक कथा
‘यशोमति मईया से बोले नंदलाला, राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला’ बेहद लोकप्रिय भजन है, आपने भी ये जरूर सुना होगा। पौराणिक कथा के अनुसार श्री कृष्ण हमेशा अपने सावले रंग को लेकर अपनी माता से सवाल पूछते थे। एक दिन यशोदा मां ने उन्हें सुझाव दिया कि वे राधा के चेहरे पर रंग लगा देंगे तो राधा का रंग भी कान्हा जैसा हो जाएगा। इस सुझाव को कृष्ण ने मान लिया और राधा को रंग लगाने की तैयारी करने लग पड़े।
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माता का सुझाव मानकर श्रीकृष्ण ने अपने मित्रों संग मिलकर अनोखे रंग तैयार किए और ब्रज में राधा रानी को रंग लगाने पहुंच गए। अपने मित्रों संग मिलकर उन्होंने राधा रानी और उनकी सहेलियों को खूब रंग लगाया। ब्रज वासियों को भी कृष्ण की ये शरारत पसंद आई और माना जाता है कि तब से रंग वाली होली की शुरुआत हुई थी। जिसे आज भी धूमधाम के साथ मनाया जाता है।