-
Advertisement
लता मंगेशकर ने आशा से तोड़े थे सारे रिश्ते, इस बात की थी नाराजगी
Last Updated on February 6, 2022 by saroj patrwal
लता मंगेशकर: सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने रविवार यानी 6 फरवरी, 2022 को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर,1929 में मध्य प्रेदश के क्लीन शहर इंदौर में हुआ था। लता मंगेशकर के जीवन से जुड़ी कई कहानियां लोगों को बताई सुनाई जाती हैं। इनमें से आशा भोसले और लता मंगेशकर के रिश्ते की सबसे ज्यादा मशहूर कहानी है।
ये भी पढ़ें- पिता जिंदा होते तो नहीं बनती सिंगर, पढ़ें लता के जीवन से जुड़े अनसुने किस्से
लता मंगेशकर ने 13 साल की उम्र से काम करना शुरू कर दिया था। पिता के असमय निधन के कारण उन पर अपने परिवार को संभालने की जिम्मेदारी आ गई थी। लता ने परिवार की बड़ी बेटी होने के नाते ये जिम्मेदारी बखूबी निभाई और जब उनकी छोटी बहन आशा बड़ी हुईं तो लता ने इसी जिम्मेदारी और गंभीरता की उम्मीद उनसे भी की, लेकिन आशा बचपन से ही अलग मिजाज की थीं। उन्हें किसी भी तरह के नियमों में बंधना पसंद नहीं था। उन्होंने अपने अलग रास्ते चुने और 16 साल की उम्र में आशा ने 31 साल के गणपतराव भोंसले से शादी कर ली। गणपत राव उस वक्त लता मंगेशकर के सेक्रेटरी हुआ करते थे।
एक इंटरव्यू में आशा भोसले ने खुद बताया था कि लता मंगेशकर ने आशा और गणपत के इस रिश्ते को मंजूरी नहीं दी थी। जिसके बाद दोनों के बीच काफी दूरी आ गई और काफी समय तक दोनों में कोई बातचीत नहीं हुई। आशा भोसले से उस वक्त परिवार ने सभी संबंध तोड़ दिए थे और पूरे परिवार से अलग होकर ने अपनी शादी की शुरुआत की थी। वहीं, लता मंगेशकर ने भी एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें लगता था कि उनकी छोटी बहन के लिओए ये रिशता ठीक नहीं था।
आशा भोसले और गणपतराव के तीन बच्चे हुए, लेकिन उनकी शादी बेहद कड़वे मोड़ पर आकर खत्म हुई। दोनों अलग हो गए और इसके बाद आशा भोंसले ने आर.डी.बर्मन से शादी की। हालांकि, लता मंगेशकर और आशा भोंसले के बीच की दूरी फिर भी खत्म नहीं हुई। आर.डी.बर्मन भी पहले से शादीशुदा थे और पहली पत्नी रीता पटेल से तलाक ले चुके थे। दोनों का संगीत प्रेम उन्हें करीब ले आया और छह साल छोटे आर.डी.बर्मन ने आशा भोसले को प्रपोज कर दिया। इस प्रपोजल के काफी समय बाद आशा भोसले उनसे शादी के लिए राजी हुईं और 1980 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए।
हालांकि, इस शादी में भी कुछ साल बाद एक अलगाव आ गया। फिर भी दोनों मन से जुड़े रहे, लेकिन बर्मन भी असमय ही दुनिया को अलविदा कह गए। जीवन के इतने उतार-चढ़ाव देखने के बाद भी आशा भोसले मजबूत बनकर हर बार फिर उभरी और नया मुकाम हासिल किया। ये सफर अब भी संगीत के जरिये जारी है।