-
Advertisement
पंचतत्व में विलीन हुई स्वर कोकिला लता मंगेशकर, हर आंख हुई नम
मुंबई। भारत रत्न से सम्मानित स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) रविवार शाम सवा सात बजे पंचतत्व में विलीन हो गई। मुंबई (Mumbai)के शिवाजी पार्क में पंडितों ने मंत्र उच्चारण किया और उसके बीच लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने मुखाग्नि दी। उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। अंतिम संस्कार से पहले लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को उनके घर प्रभु कुंज (Prabhu Kunj) लाया गया था। जहां अंतिम दर्शन करने वालों का हुजूम उमड़ पड़ा। लता मंगेशकर के घर के बाहर देशभक्ति वाला माहौल हो गया था। कोई वंदे मातरम का नारा लगा रहा था तो कोई ए मेरे वतन के लोगो गा रहा था। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी लता मंगेशकर के अंतिम दर्शन को पहुंचे थे। उन्होंने लता जी को श्रद्धांजलि दी और हाथ जोड़कर आखिरी प्रणाम किया। छह दशकों तक अपनी मखमली और सुरीली आवाज से करोड़ों दिलों पर राज करने वालीं लता मंगेशकर को यूं खामोश देख हर किसी का दिल रो रहा था। आंखों से आंसू उमड़ रहे थे।
ये भी पढ़ें- लता मंगेशकर की फिर बिगड़ी हालत, वेंटिलेटर पर किया शिफ्ट
सिनेमा की ये सितारे भी पहुंचे
अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) से लेकर अनुपम खेर, जावेद अख्तर, राज ठाकरे, पंकज उधास, संजय लीला भंसाली, श्रद्धा कपूर समेत कई दिग्गज हस्तियां लता मंगेशकर के घर उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचीं। छह बजे के आसपास शाहरुख खान भी लता मंगेशकर के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। अंतिम दर्शन के दौरान शाहरुख और सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) पार्थिव शरीर के पास ही खड़े थे। आमिर खान, रणबीर कपूर और सिंगर शंकर महादेवन भी लता मंगेशकर के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। उन्होंने लता जी को फूल अर्पित करने के बाद हाथ जोड़कर नमन किया।
फूलों से सजे ट्रक में लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा
अंतिम संस्कार से पहले लता मंगेशकर की अंतिम यात्रा निकाली गई। लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को पहले तिरंगे में लपेटा गया और फिर उन्हें फूलों से सजे ट्रक में रखकर अंतिम यात्रा निकाली गई। इस ट्रक में लता मंगेशकर की बहन आशा भोसले और परिवार के अन्य सदस्य बैठे थे। लता के पार्थिव शरीर को लिए ट्रक जैसे.जैसे आगे बढ़ रहा था। लोगों की भारी भीड़ अंतिम दर्शन के लिए उमड़ रही थी। अंतिम यात्रा लता मंगेशकर के पैडर रोड स्थित घर प्रभु कुंज से महालक्ष्मी कैडबरी जंक्शन होते हुए हाजी अली जंक्शन। फिर पोद्दार हास्पिटल होते हुए दूरदर्शन सिग्नल और चैत्यभूमि सिग्नल होते हुए शिवाजी पार्क मैदान पहुंची।
गार्ड ऑफ ऑनर के साथ विदाई, बजे लता के गाने
लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर जब शिवाजी पार्क पहुंचा तो वहां उनके गाने बज रहे थे। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई। 6 फरवरी की सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर लता मंगेशकर के निधन की खबर आई।
इस कारण हुई मौत
लता मंगेशकर का इलाज करने वाले ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉ. प्रतीत समदानी ने बताया कि निमोनिया और कोरोना के बाद मल्टिपल ऑर्गन फेल्यिर के कारण लता जी का निधन हुआ। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। लता मंगेशकर को 8 जनवरी 2022 को कोरोना होने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया थाए जहां उन्हें निमोनिया होने के बारे में भी पता चला। लता मंगेशकर को वेंटिलेटर पर रखा गया था और डॉक्टर प्रतीत समदानी अपनी टीम के साथ 28 दिनों से उनका इलाज कर रहे थे। 8 दिन पहले ही लता जी को तबीयत में सुधार होने के बाद वेंटिलेटर से हटाया गया था, लेकिन 5 फरवरी को अचानक तबीयत खराब होने पर लता मंगेशकर को दोबारा वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया और 6 फरवरी की सुबह उनके निधन की दुखद खबर लेकर आई।
एक साल से किसी से नहीं मिलीं
लता मंगेशकर पिछले एक साल से शारीरिक रूप से बेहद कमजोर हो गई थीं। उन्होंने सबसे मिलना.जुलना भी बंद कर दिया था। लता मंगेशकर की देखरेख के लिए नर्सिंग स्टाफ रखा गया था और डॉक्टरों ने उनके लिए अलग से डायट प्लान बनाया था। लता मंगेशकर बेहद सादा खाना खा रही थीं और सिंपल रूटीन फॉलो कर रही थीं।
अंतिम दर्शन के लिए अस्पताल और प्रभु कुंज पहुंची थीं ये हस्तियां
जैसे ही लता मंगेशकर के निधन की खबर आईए ब्रीच कैंडी अस्पताल के बाहर भीड़ जमा हो गई। अस्पताल में उनके अंतिम दर्शन के लिए आदित्य ठाकरे, शरद पवार, अनुराधा पौडवाल, सचिन अहिर और सचिन तेंदुलकर भी पहुंचे। करीब 12ः30 बजे अंतिम दर्शन के लिए लता मंगेशकर के पार्थिव शरीर को उनके घर प्रभु कुंज लाया गयाए जहां भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लता जी के घर उनके अंतिम दर्शन के लिए जावेद अख्तर, अनुपम खेर और मधुर भंडारकर जैसी कई हस्तियां पहुंचीं।
2 दिन के राजकीय शोक की घोषणा
लता मंगेशकर के निधन के बाद दो दिनों के राजकीय शोक की घोषणा कर दी गई। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। वहीं, गोवा सरकार ने भी तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
पीएम नरेंद्र मोदी समेत इन हस्तियों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
लता मंगेशकर के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया था, मैं अपना दुख शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता। दयालु और सबकी परवाह करने वाली लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। उनके निधन से देश में एक खालीपन पैदा गया है, जिसे भरा नहीं जा सकता। भावी पीढ़ियां उन्हें भारतीय संस्कृति की पुरोधा के रूप में याद रखेंगी, जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मोहित करने की अद्वितीय क्षमता थी। वहीं, नेपाल के राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने भी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी। अभिनेत्री श्रद्धा कपूर भी लता मंगेशकर के अंतिम दर्शन के लिए पहुंची थीं। श्रद्धा कपूर, लता मंगेशकर की नातिन हैं। दरअसल श्रद्धा के नाना और लता मंगेशकर कजन थे। इस नाते लता मंगेशकरए श्रद्धा की नानी लगती थीं। श्रद्धा उन्हें प्यार से आजी बुलाती थीं।
36 भाषाओं में 50 हजार से भी अधिक गाए गाने
लता मंगेशकर 36 भाषाओं में 50 हजार से भी अधिक गाने गाए। 5 साल की उम्र से करियर की शुरुआत करने वालीं लता मंगेशकर ने परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने पर कुछ फिल्मों में एक्टिंग की। वहींए बाद में लता मंगेशकर ने गाना शुरू कर दिया। लता मंगेशकर को कई प्रतिष्ठित सम्मान और अवॉर्ड्स से नवाजा गया, जिनमें भारत रत्न के अलावा पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड सहित कई नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया था।
वेंटिलेटर पर सुन रही थीं पिता के गानें
लता मंगेशकर दो दिन पहले होश में थीं। वो वेंटिलेटर पर थीं, लेकिन अपने पिता के गाने सुन रही थीं। उन्होंने खुद हॉस्पिटल में ईयरफोन भी मंगवाए थे। हालांकि वो अपने गाने नहीं सुनती थीं, क्योंकि उन्हें अपने गानें सुनना खास पसंद नहीं था।
ये भी पढ़ें- Legendary सिंगर लता मंगेशकर कोरोना पॉजिटिव, ICU में भर्ती
अपने गानें नहीं सुनती थीं लता जी
स्वरण्कोकिला लता जी अपने गानें इसलिए भी नहीं सुनती थीं, क्योंकि उन्हें कमियां दिखती थीं। उन्हें लगता था कि वो इससे और बेहतर कर सरती थीं। रियल लाइफ में वो एक स्टूडेंट थीं, जो हर दिन संगीत से जुड़ा कुछ न कुछ सीखती थीं।
हिमाचल और देश-दुनिया के ताजा अपडेट के लिए like करे हिमाचल अभी अभी का facebook page