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मुकेश बरसे- जयराम सरकार को बताया पेपर लीक गैंग, पुलिस को भी लपेटा
Last Updated on May 7, 2022 by Vishal Rana
ऊना। हिमाचल पुलिस भर्ती पेपर लीक का मामला ( Himachal police recruitment paper leak case)तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर सरकार पर विपक्ष लगातार हमलावर हो रहा है। शनिवार को नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ( Leader of Opposition Mukesh Agnihotri)ने इसी मामले को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान सरकार पर गंभीर आरोप जड़े। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हाल ही में हुई घटना से प्रदेश भर में करीब 74,000 बेरोजगार युवा प्रभावित हुए हैं। सरकार को बताना चाहिए कि इन 74000 बेरोजगार युवाओं का गुनहगार कौन है। मुकेश अग्निहोत्री ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी ( SIT) का गठन करने पर भी ऐतराज जताते हुए इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसियों से करवाने की बात कही। उन्होंने प्रदेश सरकार को पेपर लीक गैंग का टाइटल देते हुए हर परीक्षा से पहले पेपर लीक करने का आरोप लगाया।
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नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने दावा किया कि पेपर लीक मामले में ना सिर्फ पेपर की खरीद-फरोख्त करने वाले लोग शामिल हैं, बल्कि पुलिस और सरकार के लोगों की भी इसमें मिलीभगत है। उन्होंने कहा कि जिन अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में अप्रत्याशित अंक हासिल किए हैं, उनसे पूछताछ की जानी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में एसआईटी का गठन करने को लेकर भी प्रदेश सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने आदत से मजबूर होकर एसआईटी का गठन किया है, जबकि इस मामले की जांच केंद्रीय एजेंसियों से करवाने की मांग सरकार के समक्ष कांग्रेस लगातार उठा रही है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में परीक्षा से पूर्व पेपर लीक होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। प्रदेश की यह सरकार लीकेज गैंग बनकर रह चुकी है। उन्होंने मांग की है कि इस पूरे मामले की जांच को सार्वजनिक किया जाना चाहिए। प्रदेश के हर नागरिक और विशेष रूप से उन 74000 बेरोजगार युवाओं को भी यह पता लगना चाहिए कि उनके साथ इतना बड़ा धोखा करने वाला व्यक्ति है कौन।