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इन देशों में सेलिब्रेट किया जाता है लूनर न्यू ईयर, जानिए इतिहास और महत्व
Last Updated on February 1, 2022 by sintu kumar
चीन और अन्य एशियाई देशों में हर साल फरवरी में लूनर न्यू ईयर (Lunar New Year ) धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को लूनिसोलर कैलेंडर (Lunisolar calendar) के हिसाब से मनाया जाता है। आमतौर पर इस त्यौहार की शुरुआत हर साल 1 फरवरी को होती है और ये त्यौहार 16 दिनों तक जारी रहता है।
बता दें कि लूनिसोलर कैलैंडर में 12 महीने होते हैं और हर महीने में चांद के लगभग एक चक्र पर महीना पूरा माना जाता है। वैसे लूनर कैलेंडर के अनुसार, नए साल का जश्न मुख्यत पूर्वी एशियाई देशों में किया जाता है। हालांकि, इस बार लूनर न्यू ईयर सेलिब्रेशन 31 जनवरी से शुरू हुआ है और 15 फरवरी तक इसे मनाया जाएगा। लूनर न्यू ईयर को चंद्र नव वर्ष और वसंत महोत्सव के नाम से भी जाना जाता है। लूनर न्यू ईयर को दुनिया में करीब 1.5 बिलियन लोग मनाते हैं।
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इन देशों में मनाया है लूनर न्यू ईयर
इस त्यौहार को चीन, वियतनाम, दक्षिण कोरिया, उत्तर कोरिया और मंगोलिया जैसे बड़े देश अलग-अलग परंपराओं के साथ मनाते हैं। चीन में इस त्यौहार को चीनी नव वर्ष के रूप में जाना जाता है। इस दिन लोग इसकी खुशी में रेड कार्ड्स को एक्सचेंज करते हैं और पूर्वजों की पूजा और परिवार के साथ डिनर, ड्रैगन और लॉयन डांस का आयोजन करते हैं।
वहीं, सिंगापुर में भी इस त्यौहार को धूमधाम से मनाया जाता है। सिंगापुर (Singapore) में चीनी मलेशियन लोगों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यहां त्योहार के नौवें दिन लोग एक-दूसरे को फूल, फ्रूट्स और दूसरी फूड आइटम्स गिफ्ट के तौर भेंट करते हैं। इसके अलावा वियतनाम (Vietnam) में इस त्यौहार को टेट गुयेन दान के नाम से जाना जाता है। साउथ कोरियन में इस त्यौहार को Seollal के नाम से जाना जाता है।
इस त्यौहार को कोरियाई नव वर्ष (Korean New Year) के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन साउथ कोरिया में लोग जश्न के दौरान हान्बोक नाम के कपड़े पहनते हैं और ट्रेडिशनल खानपान का सेवन करते हैं। मंगोलिया में इस त्यौहार को सागान सार के नाम से जाना जाता है।
जानिए इतिहास और महत्व
चीनी नव वर्ष 14वीं शताब्दी ईसा पूर्व का बताया जाता है। कहा जाता है कि प्राचीन काल में नियान नामक एक राक्षस था, जिसने लोगों पर हमला किया और बहुत आतंक फैलाया। हालांकि वह लाल रंग, पटाखों की आवाज और आतिशबाजी की दृष्टि से भयभीत था। लोगों ने उसे डराने और भगाने के लिए इन चीजों का इस्तेमाल किया था और तब से ही लोग चीनी नव वर्ष मनाते आ रहे हैं।