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कोरोना ने छीना रोजगार तो इस शख्स ने नैनो कार में बनाया रेस्तरां
कोरोना ( Corona) ने दुनिया भर में न जाने कितने लोगों की जान ली और ना जाने कितने लोगों का रोजगार छीन लिया। आज भी लोग वर्ष 2020 के उस दर्दनाक मंजर को याद करते हैं जब लोग अपना रोजगार छोड़ कर अपने घरों की ओर सड़कों पर दिन रात पैदल चले थे। बहुत सारे लोग हैं जिन्होंने कोरोनाकाल में जो खोया वह तो वे दोबारा हासिल नहीं कर पाए पर एक नए सिरे से जीवन शुरू करने की ठानी और उसमें धीरे- धीरे सफल भी हो रहे हैं। ऐसे लोग दूसरों को भी कुछ न कुछ करने की प्रेरणा देते हैं। इन्हीं लोगों में से ऐसे हैं मुंबई के पंकज नेरुकर( Pankaj Nerukar of Mumbai) जिन्होंने कोरोना की चुनौती को अवसर में बदल दिया।
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लॉकडाउन से पहले पंकज का मुंबई के प्रभादेवी इलाके ( Prabhadevi area of Mumbai) में खड़पे नाम से एक रेस्तरां था। यह रेस्तरां (restaurant)काफी अच्छा चलता था। लेकिन कोरोना के चलते जब देश भर में लॉकडाउन लगा तो उनका रेस्तरां भी बंद हो गया। जो कुछ जमा पूंजी थी वह खर्च हो चुकी थी। ऐसे में उन्होंने कुछ करने की ठानी। उनके रेस्तरां का नाम तो पहले से ही था। लोग उनके खाने को पसंद करते थे। ऐसे में नैनो कार के जरिए उन्होंने अपने धंधे को फिर से जमाया। इसी नैनो को उन्होंने रेस्तरां बना दिया। वो पत्नी की मदद से घर पर खाना बनाते हैं और नैनो काम में लोगों को खिलाते हैं। उन्होंने इसे नाम दिया है नैनो फूड ( Nano Food)। आज के समय में पंकज अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं। पंकज ने अपनी नैनों पर सफेद रंग का पोस्टर लगा रखा है, जिस पर खाने का मैन्यू दर्शाया जाता है। वे ऑनलाइन आर्डर लेते हैं। पंकज के इस फूड ज्वाइंट पर सुबह साढ़े सात बजे ब्रेकफास्ट, साढ़े सात बजे लंच व शाम साढ़े सात बजे डिनर मिलता है। हर रोज इनके पास डेढ़ सौ कस्टमर आते हैं। पंकज आप एक माह में एक लाख तक कमाई कर रहे हैं।