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रविन्द्र चौधरी, फतेहपुर। हिमाचल के कांगड़ा (Kangra) जिला के ब्लॉक फतेहपुर की बीडीसी बैठक में विभागिय अधिकारियों के ना पहुंचने और विकास कार्य ना होने पर जमकर हो हल्ला हुआ। इसी बीच बीडीसी सदस्यों ने सरकार और विभाग को संयुक्त रूप से अपने इस्तीफे (Resignation) देने तक की चेतावनी दे डाली। बीडीसी सदस्यों का कहना था कि एक साल का समय बीत जाने के बाद भी उनके कार्य क्षेत्र में एक पैसे का विकास कार्य नहीं हुआ है। बता दें कि गुरुवार को विकास खंड कार्यालय के सभा हाल में ब्लॉक फतेहपुर के बीडीसी व अधिकारियों की संयुक्त बैठक पंचायत निरीक्षक सुरेश कुमार की अध्यक्षता में हुई।
इस बैठक मंे कुछ एक विभागों के अधिकारी नदारद रहे। जिस पर बीडीसी (BDC) ने आपत्ति जताई। बैठक में बीडीसी जितेंद्र पठानिया ने रावमापा नंगल में कैमिस्ट्री लेक्चरर का पद रिक्त होने के कारण प्रभावित हो रही बच्चों की पढ़ाई का मुद्दा रखा। वहीं बीडीसी भीखम सिंह ने कहा एक साल में अभी तक विभाग की सुस्त कार्यप्रणाली के चलते अपने-अपने क्षेत्र में एक भी पैसे का विकास बीडीसी नही करवा पाए हैं। उन्होंने सरकार व विभाग से अपील की है कि बीडीसी को भी अपने तरीके से काम करवाने का अधिकार दिया जाए। अन्यथा पंचायती राज प्रणाली (Panchayati Raj System) में उक्त पद को ही खत्म कर दिया जाए।
इसी तरह से बैठक में बीडीसी सदस्य तमन्ना ने कहा कि तीन-तीन बार उन्होंने विकास के काम करवाने बारे सूची विभाग को सौंपी, लेकिन हर बार नई प्रक्रिया का हवाला देकर उन्हें स् स्वीकृति नही मिली। जिसके चलते चुने हुए बीडीसी को लोगों को जवाब देना मुश्किल हो रहा है। तमन्ना और बीडीसी सदस्यों ने सरकार व विभाग को चेताया कि अगर उनके द्वारा करवाए जाने वाले विकास कार्यों की प्रक्रिया आसान नही की गई तो वह संयुक्त रूप से अपना इस्तीफा सौंप देंगे। वहीं बीडीसी जितेंद्र पठानिया व अन्य ने बैठक से नदारद रहे विकास खंड अधिकारी के अधिकारियों व अन्य विभागीय अधिकारियों के खिलाफ भी रोष निकाला।
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