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शिमला। हिमाचल में थोड़ी देर बाहर निकलने के बाद सूर्यदेव एक बार फिर बादलों में छिप गए। जिसके साथ ही राजधानी शिमला (Shimla) में फिर से बर्फबारी (Snowfall) का दौर शुरू हो गया। हालांकि आज के दिन की शुरूआत अच्छी खासी धूप से हुई थी, लेकिन दोपहर होते होते यह धूप बर्फबारी में बदल गई। दोपहर बाद फिर से मौसम ने करवट बदली और शिमला समेत ऊपरी शिमला में तेज हिमपात हो रहा है। शहर व आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश और बर्फबारी हो रही है। इस बर्फबारी ने स्थानीय लोगों सहित कारोबारियों के चेहरे की रौनक गायब कर दी है। हालांकि इस बर्फबारी से पर्यटकों (Tourist) के चेहरे खिल उठे हैं।
ताजा हिमपात के चलते मैदानी क्षेत्रों से शिमला की ओर आने वाले पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है, लेकिन स्थानीय बाज़ार सुनसान पड़े हैं। माल और रिज को छोड़कर शहर के सभी बाजार और गलियां खाली दिखाई दे रहीं हैं। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि बर्फ़बारी के चलते उनका व्यापार मंदा पड़ गया है। पहले कोरोना वायरस से और अब बर्फबारी ने कारोबार को मंदा कर दिया हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला (Meteorological Center Shimla) की ओर से 25 व 26 जनवरी को प्रदेश के मध्य व उच्च पर्वतीय भागों में बारिश-बर्फबारी (Rain And Snowfall) की संभावना जताई है। मैदानी भागों के लिए कोहरा पड़ने का येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है। प्रदेश में 27 से 29 जनवरी तक मौसम साफ रहेगा।
बता दें कि मंगलवार को जिला प्रशासन ने कड़ी मशकत के बाद बर्फबारी से बंद शिमला के ऊपरी क्षेत्रों की ओर जाने वाले मार्गों को बहाल करवाया था, लेकिन लेकिन दोपहर बाद हुई बर्फ़बारी से एक बार फिर सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है जिससे एक बार फिर यातायात बंद हो गया है। उधर, बर्फ़बारी के बाद बिजली और पानी की सप्लाई भी कई क्षेत्रों में प्रभावित हुई है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार सुबह तक प्रदेश की 537 सड़कें ठप थीं। 888 विद्युत ट्रांसफर व 252 पेयजल योजनाएं प्रभावित थीं। सबसे ज्यादा सड़कें शिमलाए लाहुल.स्पीति व चंबा में ठप है।
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