-
Advertisement
HPSSC पर कार्रवाई से अभ्यर्थी खुश, सीएम सुक्खू से मिल लगाई ये गुहार
Last Updated on December 27, 2022 by sintu kumar
हमीरपुर। हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) के जेओए आईटी पेपर लीक (JOA IT Paper Leak) मामले में सरकार ने हमीरपुर कर्मचारी आयोग की फक्शनिंग को सस्पेंड कर दिया है और भर्तियों पर भी रोक लगा दी है। सरकार के इस निर्णय से एग्जाम की तैयारियां कर रहे औऱ एग्जाम पास कर चुके अभ्यर्थियों (Candidates) एक तरफ काफी खुश हैए लेकिन दूसरी तरफ पेपर रद्द ना हो इसकी चिंता भी सताने लगी है। इसी के चलते मंगलवार को जेओए आईटी पोस्ट कोड 817 और अन्य भर्तियों के सैंकड़ों अभ्यर्थियों ने शिमला सचिवालय पहुंच कर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhwinder Singh Sukhu) से परीक्षाओं को रद्द ना करने की गुहार लगाई है।
यह भी पढ़ें:सुक्खू सरकार का बड़ा फैसलाः कर्मचारी चयन आयोग का कामकाज सस्पेंड, भर्तियों पर रोक
अभ्यर्थियों ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पेपर लीक माफिया पर बड़ी कार्रवाई की हैए जिसका वे स्वागत करते हैं। कर्मचारी चयन आयोग के अंदर ही अगर पेपर लीक माफिया काम कर रहा है तो कई कई वर्षों से एग्जाम की तैयारी (Exam Preparation) कर रहे बच्चों को रोजगार कैसे मिलेगा। सरकार पूरे मामले की गहनता से जांच कर दोषियों को सलाखों के पीछे डाले, लेकिन जो एग्जाम हो चुके है जिन बच्चों ने मेहनत से एग्जाम पास कर लिया है उनकी भर्ती रद्द ना की जाए।
यह भी पढ़ें:जेओए आईटी पेपर लीक मामले की जांच को एसआईटी गठित, तकनीकी टीम भी करेगी जांच
पोस्ट कोड 817 के अभ्यर्थियों ने कहा कि यह भर्ती साल 2020 में विज्ञापित हुई थी। मार्च 2021 को इसकी लिखित परीक्षा हुई। इसके लिए डॉक्यूमेंटेशन इस साल सितंबर को पूरी हुई, लेकिन विवाद के कारण यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है। युवाओं का कहना है कि ये भर्ती सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद फाइनल होने पर है। ऐसे में अगर यह रद्द हो जाती तो उनके साथ अन्याय होगा।
कई अभ्यर्थी दस्तावेज मूल्यांकन करवाने पहुंचे आयोग
हिमाचल कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर फंक्शनिंग को बीते रोज देर शाम को सस्पेंड किया गया था। जिसकी जानकारी अभ्यर्थियों तक नहीं पहुंच पाई। जिससे मंगलवार को दर्जनों अभ्यर्थी वेटरनरी फार्मासिस्ट के पद के लिए दस्तावेजों का मूल्यांकन करवाने के लिए आयोग के कार्यालय में पहुंच गए। दरअसल इन अभ्यर्थियों को पूर्व में कार्यालय में आने की सूचना दी गई थी और इस सूचना के आधार पर ही अभ्यर्थी कार्यालय में पहुंच गए थे, लेकिन देर शाम सरकार की तरफ से आयोग की फंक्शनिंग को सस्पेंड कर दिया गया थाए इस वजह से अभ्यर्थियों को भी बैरंग लौटना पड़ा।