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पिता की तलाश में बेटा निकला, शव देखकर धड़ाम से जमीन पर बैठ गया
रिकांगपिओ। किन्नौर लैंडस्लाइड को 26 घंटे बीत चुके हैं। अब भी रेस्क्यू का काम जारी है। प्रशासन 15 लोगों की मौत की पुष्टि कर चुका है। समय बीतने के साथ-साथ लोगों की उम्मीदें भी कम होती जा रही हैं। इधर, घटनास्थल पर परिजनों का चीख-पुकार मचा हुआ है। शवों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि पहचान की पुष्टि कर पाना मुश्किल साबित हो रहा है।
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क्षत-विक्षत हालत में मिल रहे हैं शव
हादसे की सूचना रिकांगपिओ और आसपास के इलाकों में बिजली की रफ्तार से फैली। जिन्होंने भी अपने परिजनों को उस बस में बैठाकर विदा किया था। मामले की जानकारी मिलते ही बुधवार शाम में न्यूगल सेरी के लिए निकल पड़े। इन्हीं में से एक हैं लोकेंद्र सिंह। लोकेंद्र सिंह के पिता इसी बस में सवार थे। जैसे ही हादसे की सूचना लोकेंद्र को मिली। वे न्यूगलसेरी पहुंचे। बुधवार शाम तक जब उनके पिता का पता नहीं चला तो उम्मीद की डोर धीरे-धीरे टूटने लगी। गुरुवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उनके पिता का शव क्षत-विक्षत हाल में मिला। जिसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लोगों को सूचना दी कि उनके पिता का शव मिल चुका है, लेकिन हादसे में सिर धड़ से अलग हो गया। बता दें कि बस में 24 लोग सवार थे। आशंका जताई जा रही है कि सभी लोगों की हालत खराब ही होगी।
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