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एंबुलेंस की आस में छोटे भाई के शव को गोद में लेकर बैठा आठ वर्षीय लड़का, वीडियो वायरल
Last Updated on July 11, 2022 by sintu kumar
भोपाल। मध्य प्रदेश में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक 8 वर्षीय लड़का अपने 3 साल के भाई के शव को गोद में लिए बैठा दिखाई दे रहा है। उसका पिता एम्बुलेंस की तलाश करने गया है। ये वीडियो मुरैना का है, यहां लड़का जमीन पर एक दीवार के सहारे बैठा है और अपने भाई के शव को दाह संस्कार के लिए घर ले जाने का इंतजार कर रहा है। पिता को तीन वर्षीय बच्चे को घर ले जाने के लिए वाहन की तलाश करते देखा गया क्योंकि अस्पताल ने एम्बुलेंस देने से इनकार कर दिया था।
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जानकारी के मुताबिक ग्रामीण पूजाराम जाटव अपने तीन साल के बेटे राजा को जिला अस्पताल लेकर आए थे। राजा एनीमिया से पीड़ित था और सरकारी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। हुआ ये कि अंबा अस्पताल से राजा को लेकर आई एम्बुलेंस तुरंत लौट आई, जाटव ने अस्पताल के डॉक्टरों और कर्मचारियों से शव को वापस गांव ले जाने के लिए एक वाहन मांगा, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि अस्पताल में कोई वाहन नहीं है, और उससे किसी दूसरे वाहन को किराए पर लेने के लिए कहा। तब असहाय जाटव अपने आठ वर्षीय बेटे गुलशन के साथ राजा के शव के साथ अस्पताल से बाहर आया और गाड़ी की तलाश करने लगा। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद एसएचओ योगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को उठाया और सीधे जिला अस्पताल पहुंचे। जल्द ही अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस की व्यवस्था की और शव को घर भेज दिया गया।
ये दर्दनाक तस्वीर भावुक भी कर रही है और मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर गुस्सा भी दिला रही है।
मध्यप्रदेश में एक आठ साल के बच्चे की गोद में अपने छोटे भाई का शव है और पिता एम्बुलेंस खोजने निकले हैं।
यही है पीएम मोदी की व्यवस्थाओं का सच! pic.twitter.com/Dt708Xy5JH
— Congress (@INCIndia) July 10, 2022
पिछले पांच महीनों में राज्य में इस तरह की यह तीसरी घटना है।इस घटना को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार की खिंचाई की। पूर्व मुख्यमंत्री, कमलनाथ ने कहा- मैं आपसे (शिवराज सिंह चौहान) फिर से अनुरोध करता हूं कि राज्य के मुखिया के रूप में, आप चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करें ताकि राज्य के सात करोड़ लोगों को आपकी लापरवाही का नुकसान न उठाना पड़े।”
–आईएएनएस