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ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी में दिखे खालिस्तानी झंडे, अमृतसर में बढ़ाई सुरक्षा व्यवस्था
अमृतसर। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी को देखते हुए आज पूरे पंजाब (Punjab) में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस अवसर पर सिख संगठनों ने अमृतसर के श्री हरमंदिर साहिब परिसर (Sri Harmandir Sahib ) में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे और अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर भी दिखाई दिए। इस दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश पढ़ा और इससे पहले अरदास में जरनैल सिंह भिंडरा वाले, बाबा टारा सिंह और जरनैल सुबेग सिंह को कौम का शहीद करार दिया गया। लाल किले पर झंडा फहराने वाले दीप सिद्धू भी इस समागम में दिखाई दिए। प्रशासन ने पूरे अमृतसर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
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ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star)की बरसी को लेकर पंजाब सरकार ने पूरे प्रदेश में सुरक्षा कड़ी कर दी है। श्री अकाल तक्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कौम के नाम संदेश में कहा की 37 वर्ष पहले भारत की सेना ने पाकिस्तान और चीन की तरह श्री हरमंदिर साहिब पर चैंकों और तोपों से हमला किया और विजेता सेना की तरह सिखों के साथ व्यवहार किया गया था।
क्या है ऑपरेशन ब्लू स्टार
ऑपरेशन ब्लूस्टार तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी द्वारा अमृतसर में हरमंदिर साहिब कॉम्प्लेक्स (स्वर्ण मंदिर) में छिपे सिख आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए एक सैन्य कार्रवाई थी। पहली जून से 8 जून 1984 के बीच किए गए ऑपरेशन में कई लोगों की जान चली गई और मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं इस ऑपरेशन के बाद ही प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई थी, जिससे प्रतिशोध की एक और लहर शुरू हो गई थी जिसमें लगभग 3,000 सिख मारे गए थे।
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