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ऊना के बनगढ़ में पकड़ा अजगर, बंगाणा में घायल तेंदुआ किया रेस्क्यू
ऊना। हिमाचल के ऊना (Una) जिला में जहां एक विशालकाय अजगर (Python) को पकड़कर सुरक्षित वन में छोड़ दिया गया। वहीं पानी पीने के लिए गांव में बनाई एक बावड़ी में घुसा तेंदुआ (Leopard) वहां जाली नुमा दरवाजे में कैद हो गया। जिसे बाद में रेस्क्यू किया लिया गया। पहला मामला ऊना जिला के कस्बा मेहतपुर के नजदीकी गांव बनगढ़ स्थित पुलिस बटालियन कैंपस में सामने आया है। यहां पुलिस ने वन विभाग की मदद से एक विशालकाय अजगर को पकड़कर सुरक्षित वन में छोड़ दिया है। यह अजगर बटालियन केंपस (Battalion Campus) के एक नाले में पानी में लेट कर आराम फरमा रहा था। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस जवानों की जब उस पर नजर पड़ी, तो उन्होंने फौरन वन विभाग की टीम को अजगर की मौजूदगी के बारे में सूचित किया। मौके पर पहुंची वन विभाग (Forest department) की टीम ने इस विशालकाय अजगर को काबू कर सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया है। गौरतलब है कि शुक्रवार को भी जिला मुख्यालय के नजदीकी गांव झंबर में सिंचाई के लिए बनाई पानी की हौदी में से एक अजगर को पकड़ा गया था।
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इसी तरह से वन विभाग ने बंगाणा (Bangana) उपमंडल के जसाना पंचायत के ऐसन गांव से एक घायल तेंदुए का रेस्क्यू किया है। पानी पीने के लिए गांव में बनाई एक बावड़ी में घुसा तेंदु आए वहां जाली नुमा दरवाजे में कैद हो गया। इसी बीच ग्रामीणों ने उसे बावड़ी में कैद हुआ देखकर तुरंत वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में डाला। जिसके बाद उसे चिकित्सकीय परीक्षण (Medical Test) के लिए जिला मुख्यालय के नजदीक बरनोह स्थित क्षेत्रीय पशु चिकित्सालय लाया गया। तेंदुए के दोनों पिछले पैर बुरी तरह से घायल अवस्था में थे, इसके अलावा उसके शरीर पर कई जगह पर हुए घाव के कारण उसे कीड़े पड़ चुके थे। चिकित्सकों ने तेंदुए के घाव को पूरी तरह से साफ कर मरहम पट्टी की। गौरतलब है कि जिला में बढ़ रहे गर्मी के प्रकोप और इसके साथ साथ जंगलों में लगातार लग रही आग के कारण अब वन्य प्राणी आबादियों की तरफ रुख करने लगे हैं।
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